आपको बोर्ड से दसवीं का पेपर देना है या फिर स्कूल से, इस विकल्प का चुनाव करने के लिए देशभर के छात्रों के पास महज दो दिन का समय बचा है। 15 दिसंबर तक दसवीं के छात्रों को शपथ पत्र के जरिए बता देना होगा कि वह किस विकल्प का चुनाव करते हैं। यह छात्रों के लिए आखिरी मौका है, लिहाजा वे सचेत हो जाएं।
अगर दसवीं के छात्रों को लग रहा है कि सीबीएसइ के समेटिव-2 या स्कूल के समेटिव -2 में से गलत विकल्प चुन लिया है, तब भी उनके पास अपने विकल्प को बदलने का आखिरी मौका है। बुधवार के बाद भरे हुए विकल्प के आधार पर ही परीक्षा देनी होगी और इसमें बदलाव संभव नहीं होगा। विकल्प में बदलाव की सूचना जल्द से जल्द स्कूल को भेजनी होगी ताकि क्षेत्रीय कार्यालयों तक भेजा जा सके। इसके माध्यम से बोर्ड को इस बात की जानकारी होगी कि कितने छात्र स्कूल के समेटिव-2 या बोर्ड के समेटिव-2 की परीक्षा में बैठना चाहते है।
सीबीएसइ के सीसीइ के नए प्रावधानों के अनुसार, वर्ष 2011 में दसवीं बोर्ड नहीं होगा। स्कूल ही समेटिव-2 की परीक्षा लेंगे। बोर्ड की और से भी समेटिव-2 की परीक्षा ली जाएगी। इसमें केवल वहीं छात्र बैठ सकेंगे जो सीबीएसइ को छोड़ अन्य बोर्ड में जाना चाहते है या फिर उनका स्कूल केवल दसवीं तक ही है। इसके लिए बोर्ड की और से छात्रों से शपथ पत्र लिया गया है। संशय के चलते कई छात्रों ने विकल्प तो भर दिए, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि उनके लिए कौन सा विकल्प सही है। ऐसे में बोर्ड ने छात्रों को 15 दिसंबर तक की अवधि देकर राहत प्रदान की थी। लिहाजा छात्र चाहें तो अब भी विकल्प बदल सकते हैं। बोर्ड की और से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि चाहे बोर्ड की एसए-2 की परीक्षा हो या स्कूल की और से ली जाने वाली एसए-2 की परीक्षा, दोनों ही स्थिति में प्रमाणपत्र बोर्ड की ओर से प्रदान किए जाएंगे(दैनिक जागरण संवाददाता,दिल्ली,31.12.2010)।
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