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09 दिसंबर 2010

मध्यप्रदेशःडॉक्टरों की नए सिरे से होगी भर्ती

ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार अब नए सिरे से डॉक्टरों को तलाशने की तैयारी कर रही है। इससे पहले एमपीपीएससी के जरिए 1,109 डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग को महज 571 डॉक्टर ही मिल सके थे।

इसके चलते प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग डॉक्टरों के 900 नए पद सृजित करने जा रहा है। इन पदों पर भर्ती मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) के जरिए की जाएगी। नए पदों पर डॉक्टरों की भर्ती का प्रस्ताव कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा गया है।

स्वास्थ्य सेवा संचालक डॉ. एएन मित्तल ने बताया कि डॉक्टरों की कमी पूरी करने के लिए प्रतिनियुक्ति पर रिजर्व और ट्रेनिंग रिजर्व डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी।

आरसीएच डॉक्टर भी कर सकेंगे आवेदन
संचालनालय स्वास्थ्य सेवा के अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ (आरसीएच) कार्यक्रम में कार्यरत डॉक्टरों को नियमित पदों पर नियुक्ति दी जाएगी। इन डॉक्टरों को प्रतिनियुक्ति और ट्रेनिंग रिजर्व वर्ग की नौकरी पाने के लिए एमपीपीएससी में आवेदन करना होगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में होगी पदस्थापना
एमपीपीएससी से चुने गए 571 डॉक्टरों को ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में पदस्थ किया जाएगा। सरकार ने चयनित डॉक्टरों को भोपाल,इंदौर,ग्वालियर,उज्जैन,सागर और जबलपुर जिले में पदस्थापना न देने का फैसला लिया है।

इन मापदंडों पर होगी पदस्थापना

50 प्रतिशत पद जिस जिले में रिक्तहोंगे वहां होगी नियुक्ति।


जिन अस्पतालों में एमसीएच सेवाओं की दृष्टि से स्त्री रोग, शिशु रोग और निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत होगी।

12 नए एएनएम स्कूल खुलेंगे

सरकारी अस्पतालों में स्टाफ नर्सों की कमी पूरी करने के लिए राज्य सरकार अब 12 एएनएम स्कूल खोलेगी। डेढ़ वर्षीय एएनएम कोर्स में प्रत्येक स्कूल में हर साल 60 उम्मीदवारों को प्रवेश दिया जाएगा। 

यह स्कूल देवास,गुना,मंदसौर,सिवनी,सतना,बैतूल,बड़वानी,भिंड,छतरपुर और मंडला जिले में खोले जाएंगे। इसके अलावा सरकार ने प्रदेश में स्टाफ नर्स के रिक्त पदों में 25 प्रतिशत पद मेल नर्सों के लिए आरक्षित किए हैं। मेल नर्सेस को एसएनसीयू,लेबर रूम,मेटरनिटी वार्ड,महिला वार्ड में पदस्थ नहीं किया जाएगा।

बड़े शहरों में नहीं होगी नियुक्ति
एमपीपीएससी से विभाग को मात्र 571 मेडिकल अधिकारी मिले हैं। डॉक्टरों की कमी पूरी करने के लिए मेडिकल अधिकारियों के 900 नए पद सृजित करने और एमपीएससी के जरिए उन्हें भरने की योजना तैयार की गई है। एमपीपीएससी से जो डॉक्टर मिले हैं, उन्हें बड़े शहरों में नियुक्तनहीं किया जाएगा। 

महेंद्र हार्डिया,(राज्य मंत्री)लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग(दैनिक भास्कर,भोपाल,9.12.2010)

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