इक्कीसवीं सदी के हर भारतीय का सपना बुलंदी छूने का है। इस सपने को पूरा करने के लिए वह पूरे जी-जान से कृत संकल्प है। पूर्वाचल के युवा भी इसके अपवाद नहीं। उप्र लोकसेवा आयोग 2008 की परीक्षा में परचम लहराकर यहां के युवाओं ने इसे साबित भी किया है। इसमें ऐसे युवा भी हैं जो सुदूर ग्रामीण अंचलों से हैं। उनकी शुरुआती शिक्षा भी वहीं से हुई है। उनकी सफलता उनके संघर्षो सबूत है।
हरपुर बुदहट के नागेंद्र व्यापार कर अधिकारी पद पर चयनित नागेंद्र कुमार त्रिपाठी को ही लीजिए। वे हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के ग्राम गंगटही के रहने वाले हैं। उनका चयन व्यापार कर अधिकारी के रुप में हुआ है। उनके पिता चंद्रहास त्रिपाठी नागेन्द्र की शुरुआती शिक्षा हरपुर क्षेत्र के ग्राम कैराडीह में हुई। सहजनवां के मुरारी इण्टर कालेज से इण्टर करने के बाद उन्होंने यहां एमजीपीजी कालेज से बीएससी किया। एमए व बीएड करने के बाद वे इलाहाबाद में रहकर पीसीएस की तैयारी रहे थे। वे अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता,बडे़ पिता चन्द्र मणि एवं चन्द्रशेखर त्रिपाठी को देते हैं।
पुलिस उपाधीक्षक के लिए चयनित अर्चना बस्ती के राजपूत कालोनी भुंवर निरंजनपुर की निवासी अर्चना का कहना है कि सब्र और मेहनत का फल मीठा होता है। सफलता का कोई शार्ट कट नहीं है। कामयाबी सतत प्रक्रिया का हिस्सा है। अपनी सफलता का श्रेय वे परिवार व चार वर्षीय पुत्री वैष्णवी को देती हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए, एम.ए. पी.एच.डी. तथा यू.जी.सी. नेट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली अर्चना सिंह यहां प्राथमिक शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। उनका सपना डिप्टी कलेक्टर बनने का है और इसके लिए वे पीसीएस 2009 की मुख्य परीक्षा की तैयारी में लगी हैं।
कुशीनगर खड्डा के वार्ड सं. 4 निवासी हरिशंकर मद्धेशिया के पुत्र अशोक गुप्ता का चयन नायब तहसीलदार के पद पर हुआ है। उनकी कक्षा 8 तक की पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर खड्डा से हुई। उन्होने हाई स्कूल की परीक्षा गांधी इंटरमीडिएट कालेज और इंटरमीडियेट की परीक्षा गोरखपुर के एमपी इंटरमीडिएट कालेज से प्रथम श्रेणी में पास की। डीविएनडीसी से बीए करने के बाद पीसीएस की तैयारी के लिए वे इलाहाबाद चले गये। अपनी सफलता का श्रेय वे माता-पिता व गुरुजनों को देते हैं। उन्होंने कहा कि सही गुरु के निर्देशन में चरण बद्ध तरीके से तैयारी सफलता का मूलमंत्र है। उनके चयन पर घर और मुहल्लेवालों की खुशी का ठिकाना नहीं था। सबने एक दूसरे का मुंह मीठा कराया और आतिश बाजी कर खुशी का इजहार किया।
पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। मंजिले उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है। यह साबित कर दिखाया बभनान कस्बे के पास स्थित पूरा पैकोलिया निवासी मुकेश आनन्द पाण्डेय ने। पीसीएस में उन्हें 35 वां रैंक हासिल हुआ है।
बभनान से प्राइमरी व हर्रैया से इंटर करने के बाद आगे की पढाई के लिए इलाहाबाद चले गये। उनके पिता हरिनाथ पाण्डेय गोण्डा जिले के छपिया स्थित घमण्डी राम शास्त्री लघु माध्यमिक विद्यालय राम दत्त पुर में शिक्षक हैं।
ठूंठीबारी(महाराजगंज) निवासी व राधा कुमारी इंटर कालेज के शिक्षक रहे स्व.ओमप्रकाश गुप्त के पुत्र विनय कुमार गुप्ता को चयन डिप्टी कमिश्नर व्यापार कर के लिए हुआ है।
विनय 2009 के भारतीय सिविल सर्विस परीक्षा का साक्षात्कार भी दे चुके हैं। उनका ख्वाब आईएएस बनने का है। इलाहाबाद से दूरभाष पर विनय ने अपनी सफलता का श्रेय मां दमयंती ,अग्रज प्रमोद, भाभी राजरानी गुप्ता व बहन शशिकला व अन्य बड़े व गुरुजनों को दिया।
राधा कुमारी इंटर कालेज से इंटर पास करने के बाद उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और मैथ से प्रथम श्रेणी में एमएससी की परीक्षा पास की। अपनी सफलता का श्रेय वे घर वालों के साथ नगर के रामप्रिया, राजू सिंह, प्रधानाचार्य दीपक पाण्डेय व ओमप्रकाश गुप्ता को देते हैं(दैनिक जागरण संवाददाता,गोरखपुर,4.11.2010)।
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