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12 दिसंबर 2010

लखनऊःइंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पर्ची उछाल कर तय होता है साक्षात्कार बोर्ड

उत्तर प्रदेश सरकार ने स्मारकों, संग्रहालयों, संस्थाओं, पार्कों के प्रबंधन, सुरक्षा व अनुरक्षण के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी और पछपात को रोकने के लिए इस बार नई और पारदर्शी व्यवस्था की है। कर्मचारियों की चयन समिति के अध्यक्ष चन्द्रभानु हर दिन सुबह नौ बजे साक्षात्कार स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंच जाते हैं। वह साक्षात्कार के लिए गठित 14 बोर्ड अध्यक्षों के बीच पर्चियां उछालते हैं। हर बोर्ड अध्यक्ष एक-एक पर्ची उठाता है। इसे खोलने के बाद ही यह तय होता है कि कौन सा बोर्ड किस नंबर से लेकर किस नंबर तक के अभ्यर्थी का साक्षात्कार लेगा। साक्षात्कार खत्म होने पर बोर्ड अंक प्रतिशत के आधार पर सफल अभ्यर्थी का नाम तय करते हैं। काम यहीं पर खत्म नहीं होता। बोर्ड का मुखिया इसके बाद चयनितों के नाम लिखा लिफाफा कलेक्ट्रेट कोषागार में जमा हो जाता है। अभ्यर्थियों की भारी संख्या के कारण बोर्ड इन दिनों रात 11.30 बजे तक साक्षात्कार ले रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि , बोर्ड के अध्यक्ष रात में ही अभ्यर्थियों का नाम तय करने के बाद तकरीबन तीन बजे कोषागार में सील लिफाफा जमा करा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के स्मारकों, संग्रहालयों, संस्थाओं, पार्कों और उपवनों के प्रबंधन सुरक्षा व अनुरक्षण के लिए विभिन्न श्रेणियों के 6835 कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए करीब सवा दो लाख लोगों ने आवेदन कियाथा। अभी तक गेटमैन के पद का साक्षात्कार इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहा था। इसके लिए सात बोर्ड गठित किये गए थे। बोर्ड की कम संख्या से धीमी गति से हो रहे कार्य के कारण सरकार ने चौदह नये बोर्ड का गठन करते हुए उसके अध्यक्षों की सूची जारी कर दी है। नये बोर्ड के गठन के बाद गेट मैन के साथ ही अन्य पदों के लिए साक्षात्कार शुरू हो गए हैं, जो इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के साथ-साथ अलीगंज आईटीआई भवन में भी चल रहे हैं(दैनिक जागरण,लखनऊ,12.12.2010)।

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