बरवाला रोड पर बनने वाले लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में एनआरआई के लिए सीटें आरक्षित होगी। यह फैसला विश्वविद्यालय बोर्ड आफ स्टडीज ने लिया गया है जिसे अनुसंशा के लिए एकेडमिक काउंसिल के पास भेज दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार विश्वविद्यालय के तहत शैक्षणिक कार्य इस सत्र से शुरू हो जाएगा। विवि में हकृवि के पशु चिकित्सा, पशु विज्ञान महाविद्यालयों सहित बेसिक साइंस के मछली विभाग को इसमें शामिल किया गया है। सत्र 2011-12 के लिए इन महाविद्यालयों में लाला लाजपतराय विवि के तहत ही विद्यार्थियों को दाखिले दिए जाएंगे। इसके अलावा विवि के बोर्ड आफ स्टडीज ने विवि में 12 सीटें एनआरआई के निर्धारित करने की अनुसंशा की है। यह अनुसंशा एकेडमिक काउंसिल तथा बोर्ड आफ मैनेजमेंट के पास भेज दी गई है। नए विवि के तहत अपने दो कालेजों व एक नए विभाग को जाते हुए देख हकृवि ने भी नए सिरे से तैयारियां करनी शुरू कर दी है ताकि इन कालेज की कमियों को पूरा किया जा सके।
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एक विवि में होंगे दो वीसी
अभी तक तो एक विवि में केवल एक ही कुलपति को देखा जाता है लेकिन हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय देश का नहीं बल्कि विश्व का ऐसा पहला विवि होगा जहां एक नहीं दो-दो कुलपति विराजमान होंगे। पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. हरदीप कुमार हकृवि में स्थित पशु चिकित्सा परिषद भवन से विवि को दौड़ाएंगे।
कृवि कंट्रोलर को अतिरिक्त कार्यभार
हकृवि के के वित नियंत्रक नवीन जैन को लाला लाजपतराय विवि का भी अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। इस संबंध में पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति हरदीप कुमार ने पत्र जारी कर हकृवि प्रशासन को सूचित कर दिया है। पत्र में कहा गया है कि आगामी आदेशों तक श्री जैन हकृवि के साथ-साथ पशु चिकित्सा विवि के वित नियंत्रक का कार्यभार भी देखेंगे(दैनिक जागरण,हिसार,6.1.11)।
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