जनपद के 85 जूनियर हाई स्कूल के लगभग 1800 शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन के लाले पड़े है। पिछले तीन माह से इन शिक्षकों व कर्मचारियों के वेतन का भुगतान रुका हुआ है।
मालूम हो कि जनपद के 85 मान्यता प्राप्त विद्यालयों के अट्ठारह सौ शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का वेतन अक्टूबर माह के भुगतान के बाद बंद है। नवम्बर, दिसम्बर व जनवरी माह का वेतन अभी तक रुका है। शिक्षकों का कहना है कि जब इसके बारे में तस्दीक की गई तो विभागीय लेखाधिकारी ने बताया कि अभी तक शासन से ग्रांट नहीं जारी हुआ है। शिक्षकों का कहना है कि इससे पूर्व जांच के नाम पर आठ माह तक वेतन रुका था जो मई 2010 से अक्टूबर 2010 तक एक बार मिला। इसके बाद फिर वेतन भुगतान रुक गया। अब मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान शिक्षक संघ वेतन से संबंधित प्रत्यावेदन देने के का मन बना चुका है। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि यह शासन की लापरवाही है या फिर बेसिक कार्यालय के लेखाधिकारी या संबंधित बाबू की(दैनिक जागरण,गोरखपुर,31.1.11)।
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