बीएमसी ने जनगणना के लिए 20 दिन प्राइमरी स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों को जनगणना से काम से छुट्टी मिल गई है।
मुंबई में दूसरे चरण के जनगणना का काम 9 फरवरी से 28 फरवरी तक किया जाएगा। उसके बाद अलग-अलग चरणों में यूनीक आईकार्ड बनाने का काम चलेगा। इस काम में बीएमसी ने अपने सभी विभागों को शामिल किया गया है। इस काम में अध्यापकों को भी शामिल किया गया है। इनमें छह हजार माध्यमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों को लिया गया था। कमिश्नर सुबोध कुमार से निर्णय लिया है कि माध्यमिक स्कूलों में पढ़ाने वाले अध्यापकों को इस काम में शामिल नहीं किया जाए। कारण, जिस समय जनगणना का काम चलेगा उस समय बोर्ड की परीक्षाएं होगी जिससे उन्हें इस काम में शामिल करना किसी भी लिहाज से उचित नहीं होगा। कारण इन अध्यापकों को शामिल करने से छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा।
प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले ज्यादातर छात्रों का परीक्षा मार्च के अंतिम सप्ताह से शुरू होती है जो अप्रैल की दूसरे सप्ताह तक चलती है। ऐसे में प्राइमरी छात्रों को पढ़ाने वाले अध्यापकों को जनगणना में शामिल किया जा सकता है। इस काम के लिए बीएमसी ने 14 फरवरी से 5 मार्च तक प्राइमरी स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। इस बाबत अडिशनल कमिश्नर एम. अडतानी ने स्थायी समिति के सदस्यों को बताया कि स्कूल बंद करने के कारण अतिरिक्त क्लासेस ली जाएगी जिससे छात्रों की पढ़ाई पर असर नहीं पड़ेगा(नवभारत टाइम्स,मुंबई,22.1.11)।
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