लोहिया विधि विश्वविद्यालय में अगले शैक्षिक सत्र से दो नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इसमें एक पाठ्यक्रम विधि ऑनर्स के पांचवें व छठे सेमेस्टर में एनर्जी लॉ तथा दूसरा पीजी स्तर पर ‘फाइबर सिक्योरिटी लॉ’ का डिप्लोमा पाठ्यक्रम होगा। इसके साथ ही अंतिम सेमेस्टर में इन्वायरमेंटल लॉ का चेप्टर भी जोड़ा गया है। यह जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बलराज चौहान ने दी।
उन्होंने बताया कि कार्य परिषद द्वारा अनुमोदित साइबर क्राइम से संबंधित हाईटेक फाइबर फोरेंसिक लैब और एयर स्पेस एंड नेवीगेशन संबंधित लैब को भी जल्दी शुरू किया जाएगा। ताकि विद्यार्थियों को कानूनी बहस के समय मिलने वाली तकनीकी बारीकियों को भी सोचने समझने का व्यवहारिक अनुभव आसानी से मिल सके। इस प्रस्तावित लैब में साइबर क्राइम में आने वाली बारीकियों को हाईटेक तकनीक के सहारे पकड़ कर आरोपी को उसके कृत्य की सजा दिलाने के लिए विशेषज्ञ मूट केस के आधार पर विद्यार्थियों को जानकार देंगे। इस आधार पर लॉ स्नातक को साइबर क्राइम के मामलों में विशेषज्ञता दिलाने के लिए पीजी स्तरीय एक वर्ष के डिप्लोमा कोर्स में फाइबर सिक्योरिटी लॉ की जानकारी दी जाएगी(अमरउजाला,लखनऊ,30.1.11)।
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