माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड से चयनित प्रदेश के सैकड़ों अध्यापक कार्यभार ग्रहण करने को लेकर भटक रहे हैं। लगातार नियुक्तियां होने के बावजूद समायोजन न होने से ये लोग अब भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। कार्यभार ग्रहण कराने की मांग को लेकर ऐसे शिक्षकों ने शुक्रवार को चयन बोर्ड दफ्तर के समक्ष उपवास किया और धरना दिया। इस फेहरिस्त में जिलाधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा गया। वर्ष 2009 के चयनित अध्यापकों ने आरोप लगाया कि विद्यालयों में जाने पर उन्हें तमाम तरह का बहाना बनाकर टरका दिया जाता है। सीधे कह दिया जाता है कि पद ही रिक्त नहीं है। चयन बोर्ड और जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से कुछ अधियाचन निरस्त होने के बावजूद अभ्यर्थियों का चयन कर उन्हें विद्यालयों में भेज दिया गया है। यहां तक कि वर्ष 2004 में चयनित कुछ अध्यापक भी कार्यभार ग्रहण करने को लेकर अभी तक भटक रहे हैं। निदेशालय और चयन बोर्ड में तालमेल न होने का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। चयनित अध्यापकों ने बताया कि कार्यभार न ग्रहण कर पाने के कारण अब वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। यदि शीघ्र की इस दिशा में सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो वे मुख्यमंत्री आवास पर आमरण अनशन करने को विवश होंगे(दैनिक जागरण,इलाहाबाद,29.1.11)।
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