28 अक्टूबर से 24 नवंबर तक देशभर में ऑनलाइन कैट हुई थी। 11 आईआईएम की 3 हजार सीटों के लिए देशभर से करीब 2 लाख छह हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए। इसमें इंदौर से करीब 4500 हजार स्टूडेंट्स ने किस्मत अजमाई। पिछले साल परिणाम के पहले दिन कुछ ही स्टूडेंट्स को आईआईएम से कॉल आए थे लेकिन इस बार इंदौर के स्टूडेंट्स ने पहले ही दिन अपनी प्रतिभा साबित कर दी।
पहली बार मिली कामयाबी
10 में से छह स्टूडेंट्स ऐसे हैं,जिन्होंने पहली बार परीक्षा दी और 99 पर्सेटाइल ले आए। दो स्टूडेंट के समान 99.92 पर्सेटाइल थे लेकिन एक को अहमदाबाद, कलकत्ता, रांची और लखनऊ से कॉल आए और दूसरे को दो ही आईआईएम से कॉल मिले।
पीटी यूनिवर्स के फाउंडर चेयरमैन संदीप मानुधने कहते हैं अंकित की सफलता से साबित हो गया है इंदौर के स्टूडेंट्स हर क्षेत्र में आगे हंै। लड़कियों का प्रतिशत ज्यादा रहा है। शहर का वेटेज बढ़ा है। सीएच एजमेकर के सीईओ आकाश सेठिया कहते हैं पहली बार ज्यादातर स्टूडेंट्स को पहले ही टेस्ट में सफलता मिली है। पहले दिन चार से अधिक आईआईएम से कॉल बड़ी बात है।
ऐसे मिली सफलता
10वीं से बनाया टारगेट
99.92 पर्सेटाइल में आने वाले वरुण ने बताया 10वीं से ही टारगेट तय था। इसे भुनाने के लिए मैथ्स और डीआई के बेसिक सवाल हल करने की कोशिश करता था। कैट के लिए डेढ़ साल से तैयारी कर रहा हूं। मेरा सपना आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई कर खुद की कंपनी में सीईओ बनना है।
फॉर्मूलों को समझा
99.92 पर्सेटाइल बनाने वाले आदित्य रिखानी का कहना है मटेरियल का बार-बार रिवीजन करने से हर चैप्टर याद हो गया है। कठिन फॉमरूलों को रटने की जगह समझने की कोशिश की। अहमदाबाद आईआईएम मंे एडमिशन लेना था लेकिन इसे छोड़ रांची, कलकत्ता से कॉल आया है।
बीई के साथ की तैयारी
डीएवीवी आईईटी से बीई कर रही नम्रता अग्रवाल ने इंजीनियरिंग के साथ कैट की तैयारी की। वे 99.59 पर्सेटाइल लाई हैं। नम्रता ने बताया क्लास के बाद जब भी खाली समय बचता था सिलेबस को समझते रहती थी। आईआईएम कलकत्ता से कॉल आया है, दूसरी जगह से कॉल नहीं आया तो इसमें एडमिशन ले लूंगी।
नया फॉर्मूला एप्लिकेशन रेटिंग
पहले आईआईएम पर्सेटाइल बनाने फॉमरूला ओपन नहीं करती थी। एक साल पहले एक आरटीआई से एप्लिकेशन रेटिंग प्रणाली के बारे में पता लगा। इसमें स्टूडेंट्स के सिर्फ कैट मार्क्स ही नहीं देखे जाते बल्कि 10वीं 12वीं, ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट नंबर्स और अनुभव भी देखा जाता है। जिन स्टूडेंट्स के पर्सेटाइल 99 से ज्यादा हैं, उन्हें यदि कॉल नहीं आता है तो एप्लिकेशन रेटिंग में कहीं न कहीं कमी होगी जिससे आईआईएम से रिस्पांस नहीं मिला।
यहां 99 के नीचे बुलावा नहीं-
आईआईएम अहमदाबाद ने कैट में मैथ्स, वर्बल, डीआईएलआर तीनों सेशन मंे 94 फीसदी लाना अनिवार्य कर दिया गया है। इनमें एक भी नंबर कम हुआ तो कॉल नहीं आएगी। आईआईएम कलकत्ता ने भी तीनों सेशन में 93 फीसदी मार्क्स लाना जरूरी कर दिया है।
अभी दो सीढ़ी बाकी है-
टेस्ट के बाद जीडीपीआई होगा। सभी आईआईएम अपनी सीटों के मुकाबले छह गुना ज्यादा स्टूडेंट्स को जीडीपीआई के लिए बुलाएंगे। कैट में स्कोर करने वालों के लिए तैयारी के अगले 20 दिन महत्वपूर्ण रहेंगे। छह आईआईएम की सूची आना बाकी है।
नाम-पर्सेटाइल
अंकित काला 100
वरुण अग्रवाल 99.92
आदित्य रिखारी 99.92
नम्रता अग्रवाल 99.59
अदीबा अंसारी 99.5
नीतेश आर्या 98.92
सुमित पंजवानी 98.44
शेरसिंह बघेल 98.7
अंकिता भार्गव 98.37
स्नेहल नारंग 98.4
सिद्धार्थ पाटनी 97.75
नेहा अग्रवाल 97.66
प्रियंक गुप्ता 97
जयश हरयानी 96(दैनिक भास्कर,इन्दौर,13.1.11)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।