नये सत्र से पॉलीटेक्निक में आइटीआइ उत्तीर्ण छात्रों को सीधे प्रवेश मिलेगा। सरकार डिप्लोमा संस्थानों में 50 हजार छात्रों को पढ़ाने का लक्ष्य बनाकर चल रही है। इसके लिए संस्थाओं में जहां पाठ्यक्रम बढ़ाए गए हैं, वहीं सभी राजकीय पॉलीटेक्निक में सांध्यकालीन कक्षाएं शुरू करने की भी योजना है। प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा निदेशक मधुकर बताते हैं कि प्राविधिक शिक्षा का महत्व बढ़ गया है। अधिक से अधिक छात्र प्राविधिक शिक्षा का लाभ लें इसके लिए आइटीआइ उत्तीर्ण छात्रों को तीन वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम के द्वितीय वर्ष में सीधे प्रवेश देने की व्यवस्था शासन ने की है। निदेशक ने बताया कि वर्ष 2007-08 में डिप्लोमा संस्थानों की संख्या 81 थी तो प्रवेश क्षमता 17390 थी। वहीं, वर्ष 2010-11 में संस्थानों की संख्या बढ़कर 149 हो गयी तो प्रवेश क्षमता 32,940 है। इसे नये सत्र से डेढ़ गुना से अधिक करने का लक्ष्य है। निजी डिप्लोमा संस्थान 2006-07 में 28 थे उनकी संख्या 135 हो गयी है। इनमें 34070 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। डाकघर से भी बंटेंगे फार्म राजकीय पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य जीएस राय ने बताया कि संस्थान के साथ ही ब्लाक, तहसील, डाकघर से भी पॉलीटेक्निक के फार्म वितरित किये जा रहे हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (पॉलीटेक्निक) 2011 के आवेदन पत्रों की बिक्री जारी है। आवेदन की अंतिम तिथि 10 फरवरी है। 1, 2 एवं 3 मई 2011 को प्रवेश परीक्षा होगी। सामान्य एवं ओबीसी वर्ग के छात्र 400 रुपये एवं एससी व एसटी के छात्र 250 रुपये में हासिल कर सकते हैं(दैनिक जागरण,कानपुर,13.1.11)।
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