नक्सली हमलों में शहीद हुए अविवाहित पुलिसकर्मियों के रिश्तेदारों को भी नौकरी मिल सकेगी। गृह विभाग ने इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे कैबिनेट में रखा जाएगा। कैबिनेट से प्रस्ताव पारित होने के बाद आश्रितों को नौकरी मिलनी शुरू हो जाएगी। राज्य में अविवाहित शहीद पुलिसकर्मियों की संख्या 20 है। फिलहाल इनके आश्रितों को नौकरी नहीं मिल रही है।
सीआरपीएफ में है यह व्यवस्था
राज्य में अविवाहित पुलिसकर्मियों के शहीद होने या आकस्मिक मृत्यु होने पर आश्रितों को नौकरी देने की कोई नीति नहीं है। इससे 20 शहीदों के परिजनों को नौकरी नहीं मिल पा रही है। वहीं, सीआरपीएफ में अविवाहित शहीदों के भाई व बहन को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का प्रावधान है।
इसी आधार पर राज्य के गृह विभाग ने अविवाहित शहीद पुलिसकर्मी के आश्रित को नौकरी देने का प्रस्ताव तैयार किया है। हालांकि कार्मिक व प्रशासनिक सुधार विभाग ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि इस मामले में सामान्य अनुकंपा वाला नियम ही लागू किया जाना चाहिए।
नक्सली हिंसा में शहीद अविवाहित पुलिसकर्मियों के आश्रितों को नौकरी देने का प्रस्ताव है। इसे कैबिनेट भेजा जाएगा।
जेबी तुबिद, गृह सचिव(दैनिक भास्कर,रांची,6.1.11)
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