अलीगढ़ में एक शिक्षिका ने मातृत्व अवकाश लिया था। इसी बीच विभाग ने प्रमोशन की खुशखबरी सुना दी। प्राब्लम की शुरुआत यहीं से हुई। इधर मैडम ने धनीपुर ब्लॉक के नए विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया और उधर छुट्टियों की दि एंड हो गई। मंगलवार को बीएसए से अवकाश जारी रखने की गुजारिश की, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
दिसंबर, 2010 में बेसिक शिक्षा विभाग ने करीब 700 सहायक अध्यापकों की काउंसिलिंग कर पदोन्नति की थी। 375 महिला शिक्षक थीं। इनमें से एक पिछड़े ब्लॉक में तैनात शिक्षिका को धनीपुर ब्लॉक के विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति मिली थी। उन्होंने नवंबर के अंत में मातृत्व अवकाश लिया था। पदोन्नति के बाद नए विद्यालय में ज्वाइन करने से छुट्टियां खत्म कर दी गई। बीएसए से अवकाश जारी रखने की गुजारिश की। बीएसए का कहना था कि ज्वाइन करने पर शिक्षिका को कार्यरत माना गया है। प्रमोशन और अवकाश एक साथ नहीं जारी रह सकते। सूत्रों के मुताबिक इस तरह के कुछ अन्य मामले भी विभाग में आए हैं। इन पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है(दैनिक जागरण,अलीगढ़,6.1.11)।
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