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31 जनवरी 2011

गुड़गांवःसरकारी स्कूलों में नहीं होगी कमरों की कमी

अब सरकारी स्कूलों में बच्चों को कमरों की कमी नहीं रहेगी। इस कमी को दूर करने के लिए इस बार राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड ने गुड़गांव के स्कूलों कमरे बनाने की मंजूरी दे दी है। इसमें कक्षाओं से लेकर आर्ट एंड क्राफ्ट रूम, गर्ल्स एक्टिविटी रूम, साइंस लैब और कंप्यूटर रूम भी शामिल हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि गुड़गांव के करीब 96 स्कूलों को इस बार नए कमरों की मंजूरी मिली है। इनमें सीनियर सेकेंडरी स्कूल और हाई स्कूल शामिल हैं।


इन स्कूलों में बनने वाले इन कमरों के निर्माण के लिए अब एस्टिमेट तैयार कर उच्चाधिकारियों को सौंपा जाएगा। इसके बाद कमरों का निर्माण शुरू किया जाएगा। गुड़गांव जिले के विभिन्न स्कूलों में 30 क्लास कमरे क्लास रूम के लिए, 39 कमरे साइंस लैब के लिए, 6 कमरे हेड मास्टर के लिए, 31 कमरे कंप्यूटर रूम के लिए, 54 कमरे आर्ट एंड क्राफ्ट के लिए, 43 कमरे एजुसेट के लिए और 53 कमरे गर्ल्स एक्टिविटी के लिए बनाने की मंजूरी दी गई है। 

इनमें फर्रखनगर के 11 स्कूल, गुड़गांव के 19 स्कूल, पटौदी के 11 स्कूल और सोहना के 13 स्कूलों को शामिल किया गया है। शिक्षा विभाग के अनुसार गर्ल्स एक्टिविटी रूम बनने से लड़कियों की दिलचस्पी पढ़ाई और स्कूलों में बढे़गी। वहीं इन कमरों के बनने के बाद बच्चों को क्लासेज के लिए बाहर नहीं बैठना पड़ेगा। सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर रूम उपलब्ध होने से बच्चों को कंप्यूटर का ज्ञान आसानी से मिलेगा। एजुसेट के लिए अलग से कमरे तैयार होने से वहां रखे इक्विपमेंट की मेंटिनेंस बेहतर तरीके से हो पाएगी और शिक्षा के स्तर में सुधार आएगा(नवभारत टाइम्स,गुड़गांव,31.1.11)। 

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