राजधानी में नर्सरी दाखिले के लिए निजी स्कूलों में एक-एक सीट की बोली लगनी शुरू हो गई है। ज्यादा बोली लगाने वालों का नाम सूची पहली सूची में आएगा। पहली सूची में बच्चे का नाम लाने के लिए निजी स्कूल 30 हजार से डेढ़ लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। अभिभावकों ने इसकी शिकायत शिक्षा निदेशालय से की है। लेकिन बच्चे के दाखिले का डर अभिभावकों को इतना सता रहा है कि वे खुलकर सामने आने को तैयार नहीं हैं। वहीं कुछ अभिभावकों ने हिम्मत करके निदेशालय से इस बाबत शिकायत की है। शिक्षा निदेशालय से शिकायत करने वाले करण कुमार अग्रवाल का कहना है कि रोहिणी के सेक्टर एक स्थित विकास भारती पब्लिक स्कूल ने उनसे 40 हजार रुपये की मांग की है। स्कूल प्रशासन ने सरकार की आंखों में धूल झोंकने के लिए डोनेशन को एक्टिविटी फंड का नाम दिया है। अग्रवाल ने दिल्ली सरकार व निदेशालय को भेजे शिकायत में कहा कि कई स्कूलों में ऐसा हो रहा है, जिसमें अभिभावकों से नर्सरी में उनके बच्चे के दाखिले के लिए हजारों रुपये मांगे जा रहे हैं। परेशान अभिभावक शिक्षा निदेशालय से इसकी शिकायत कर रहे हैं। हालांकि अभिभावकों का कहना है कि उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं है कि सरकार इन स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी। शिक्षा निदेशालय में किए गए शिकायत में अभिभावकों ने कहा कि उनसे 30 हजार से डेढ़ लाख तक के डोनेशन की बात कही गई है(दैनिक जागरण,दिल्ली,22.1.11)।
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