स्कूल शिक्षक बनने के लिए भी कॉमन इलीजिबिलिटी टेस्ट (कैट) पास करना जरूरी होगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कैट का कॉमन करिकुलम तैयार करने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एनसीईआरटी) को निर्देश दिए हैं।
फिलहाल कॉलेज और विश्वविद्यालयों में ही नियुक्ति के लिए नेट और स्लेट पास करना जरूरी है, लेकिन अब स्कूली शिक्षा का स्तर सुधारने की दिशा में भी कवायद शुरू की गई है। अब बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थियों को कैट पास करना होगा। इसके बाद ही अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए योग्य होगा। दिल्ली में सोमवार को देश के शिक्षा बोर्डो के राष्ट्रीय सम्मेलन में इस व्यवस्था को जल्द लागू करने की सहमति बनी। तय किया गया कि एनसीईआरटी सभी प्रदेशों की स्थितियों के अनुसार एक कॉमन करिकुलम तैयार करेगी। करिकुलम तैयार होने के बाद विभिन्न राज्य सरकारों से इस पर चर्चा की जाएगी।
अभी यह होता है:
अभी ग्रेजुएशन के बाद विद्यार्थी बीएड कोर्स करने के लिए एंट्रेंस टेस्ट देता है। बीएड डिग्री प्राप्त करने के बाद वह स्कूल शिक्षक नियुक्ति के लिए पात्र हो जाता है।
सहमति बन गई है:
दिल्ली में हुए शिक्षा सम्मेलन में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के संबंध में सहमति बन गई है। एनसीईआरटी को करिकुलम तैयार करने की जिम्मेदारी दी है। - डॉ. सुभाष गर्ग, अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान(आरिफ कुरैशी,दैनिक भास्कर,अजमेर,19.1.11)
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