करियर लक्ष्य का निर्धारण करने में घबराएं नहीं। योजना बनाना सफलता की ओर बढ़ने का एकमात्र रास्ता है। अपने करियर को प्लान करने के प्रभावी पांच कदम -
लक्ष्य निर्धारण: आप अपने करियर से क्या चाहते हैं, समझना बेहद जरूरी है। खुद से पूछें कि आप पांच साल बाद स्वयं को कहां देखना चाहते हैं? इससे आपको लक्ष्य की स्पष्टता हो जाएगी। लक्ष्य आपकी दिशा का निर्धारण करते हैं, आपको निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके लिए बेहतर होगा कि आप अल्पकालिक लक्ष्य बनाएं। समय-समय पर अपनी प्रगति की समीक्षा करते रहें और जरूरत के अनुसार योजना में बदलाव करते रहें।
लक्ष्य के प्रति समर्पण: लक्ष्य प्राप्ति की राह में यदि आपको लगता है कि आप उलझन में हैं, तो करियर काउंसलर या अनुभवी लोगों से बात करना अच्छा रहेगा, जिन पर आप विश्वास करते हैं। इंटरनेट पर भी इस संबंध में विभिन्न क्विज, टेस्ट आदि दिए हुए हैं, वहां से भी आप रिसर्च कर सकते हैं। इससे आपको अपने मजबूत पक्षों को समझने और उस अनुरूप करियर का चुनाव करने में मदद मिलेगी।
लक्ष्य के लिए कार्य: लक्ष्य बनाना आसान है, पर उसकी सार्थकता तभी है जब आप लक्ष्य हासिल करने के लिए योजना बनाते हैं। एक बात याद रखें कि आपके लक्ष्यों को हासिल करने की योजना आपको खुद बनानी होगी, कोई दूसरा आपके लिए यह काम नहीं करेगा। आप दूसरों से इस प्रक्रिया में मार्गदर्शन ले सकते हैं, पर इस पर काम आपको ही करना होगा। सबकी राय को सुनें पर निर्णय अपनी पसंद और रुचियों को समझकर लें।
जरूरत पड़ने पर बदलाव: अपने करियर का चुनाव करने के बावजूद नए अवसरों पर अपनी नजर बनाए रखें। त्याग करने के लिए भी तैयार रहें। यह जरूरी नहीं है कि आप जो चाहते हैं, वह सब आपको हासिल हो जाए। यह भी कतई जरूरी नहीं है कि आप अपनी इच्छित मंजिल पहले ही प्रयास में हासिल कर लें। समझौता करने के लिए तैयार रहने का अर्थ यह नहीं है कि आप थोड़ी सी परेशानी से घबराकर अपने लक्ष्य को बदलने के लिए तैयार हो जाएं। समझौता तभी करें, जब उससे भविष्य में अच्छे परिणाम मिलने की संभावना हो।
(हिंदुस्तान,दिल्ली,10.1.11)
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