कंप्यूटर से जुड़े विभिन्न कोर्सेज के छात्रों के बीच आजकल डॉटनेट टेक्नोलॉजी काफी लोकप्रिय है। इस टेक्नोलॉजी का उपयोग सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में एप्लीकेशंस को डेवलप करने के लिए बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। ऐसे में इसके जानकारों के लिए जॉब मार्केट में काफी अवसर हैं। डॉटनेट फ्रेमवर्क विंडोज कम्पोनेंट है, जिसकी सहायता से विभिन्न एप्लीकेशंस और सर्विसेज को डेवलप किया जाता है। डॉटनेट फ्रेमवर्क को विभिन्न प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज के साथ जोड़ा जा सकता है। इसकी सहायता से कंसोल एप्लीकेशन, विंडोज जीयूआई एप्लीकेशन, वेब सर्विसेज, एएसपी डॉटनेट एप्लीकेशन, मोबाइल एप्लीकेशन जैसे विभिन्न एप्लीकेशंस विकसित किए जाते हैं। इसकी सहायता से एप्लीकेशन को डेवलप करना काफी आसान हो जाता है, जहां डेवलपर को बड़े-बड़े कोड लिखने की भी जरूरत नहीं पड़ती।
डॉटनेट फ्रेमवर्क का मुख्य कम्पोनेंट होता है सीएलआर जिसे कॉमन लैंग्वेज रनटाइम भी कहा जाता है। दूसरा प्रमुख कम्पोनेंट है डॉटनेट क्लास लाइब्रेरी, जिसमें एएसपी डॉटनेट, विंडोज फॉर्म, एडीओ डॉटनेट आदि सम्मिलित होते हैं। सीएलआर खास कंपोनेंट है जो कोड को मैनेज करने के साथ-साथ थ्रेड मैनेजमेंट, मेमरी मैनेजमेंट, सिक्योरिटी आदि को भी हैंडल करता है। इस इंडिपेंडेंट प्लेटफॉर्म का उपयोग विभिन्न प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम, जैसे विंडोज 2000, एक्सपी, विंडोज, विस्टा आदि पर किया जा सकता है। सिक्योरिटी के लिए डॉटनेट द्वारा सभी एप्लीकेशंस के लिए कॉमन सिक्योरिटी मॉडल प्रोवाइड किया जाता है। आजकल नेट पर आपको काफी इंटरैक्टिव औरआकर्षक वेबसाइट्स देखने को मिलते हैं। इन वेबसाइट्स के पीछे एएसपी डॉटनेट का ही कमाल होता है। कई लोग एएसपी डॉटनेट को एएसपी का एडवांस्ड वर्जन समझ लेते हैं, जबकि यह अलग टेक्नोलॉजी है। डॉटनेट फ्रेमवर्क के कई वर्जन आ चुके हैं जैसे वर्जन 1.1, वर्जन 2.0, वर्जन 3.0, वर्जन 3.5 और वर्जन 4.0। इसमें वर्जन 4.0 सबसे नया है(संजीव कुमार,अमर उजाला,28.12.2010)।
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