इसे कहते हैं देर आयद दुरुस्त आयद। आखिरकार हर तरफ भद्द पिटने के बाद मुंबई यूनिवर्सिटी ने पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा का मन बना लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, यूनिवर्सिटी ने 26 फरवरी को पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई है। विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब शोध से पहले प्रवेश परीक्षा ली जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, 'आर्ट्स, साइंस, कॉमर्स, लॉ और टेक्नोलॉजी संकाय में कुल मिलाकर पीएचडी की 2,317 सीटें हैं जिसमें 1281 सीटें खाली हैं। इन्हीं सीटों के लिए पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम की योजना बनाई गई है। यह परीक्षा साल में दो बार ली जाएगी। इस हिसाब से अगला परीक्षा सत्र जुलाई-अगस्त में होने की संभावना है।'
दिलचस्प है कि इससे पहले यूनिवर्सिटी पीएचडी के लिए सीधे रजिस्ट्रेशन करती रही थी। हालांकि जून 2009 में यूजीसी ने देश भर की यूनिवर्सिटीज में पीएचडी के लिए नेट (यूजीसी-सीएसआईआर), गेट (ग्रैजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट), एसएलईटी, एमफिल या स्वयं की प्रवेश परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया था। इसके बाद तकरीबन सभी यूनिवर्सिटीज ने अपने मानक तैयार कर लिए थे, लेकिन मुंबई यूनिवर्सिटी ने हाल तक बिना कोई प्रवेश परीक्षा के पीएचडी में प्रवेश जारी रखा। इसके पीछे वीसी का खाली पद, एकेडमिक काउंसिल का गठन न होना जैसे तर्क दिए गए और पिछले दरवाजे से एडमिशन दिया जाता रहा।
मामला तब खुला जब छह महीने पूर्व जब उच्च शिक्षा मंत्री राजेश टोपे ने इसी प्रकार बैक डोर से पीएचडी में प्रवेश लेना चाहा। बीई पास टोपे पर विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही विशेष अनुकंपा की तब खासी आलोचना हुई थी। उस समय नवनियुक्त वीसी ने वादा किया था कि जल्द ही प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी।
यूनिवर्सिटी के एमफिल स्टूडेंट राजेश मिश्र (नाम परिवर्तित) ने पीईटी का स्वागत करते हुए कहा, 'देर
से सही, यूनिवर्सिटी जागी तो सही। मैं बिहार से हूं जहां की छोटी यूनिवर्सिटीज तक सालों से एंट्रेंस टेस्ट ले रही हैं। जब मैं मुंबई आया, तो यकीन ही नहीं हुआ कि यहां आज भी पीएचडी के लिए महज पीजी में 55 प्रतिशत अंक जरूरी हैं। इसीलिए यहां रिसर्च का स्तर गिर चुका है और अच्छे छात्र दूसरी जगह शोध करना पसंद करने लगे। उम्मीद की जानी चाहिए कि पीईटी से निकलकर अब फिर से योग्य छात्र रिसर्च में आएंगे।'
सबसे बाद में पीईटी शुरू करने के बारे में विवि के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन प्रफेसर विलास शिंदे का कहना है, 'हमने भले ही देर में पीईटी की शुरुआत की, लेकिन हम सबसे पीछे नहीं हैं। महाराष्ट्र में कई यूनिवर्सिटीज में अब भी पीईटी नहीं होता।'
प्रवेश परीक्षा तिथि : 26 फरवरी 2011
फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि : 16 फरवरी
अगली परीक्षा : जुलाई - अगस्त 2011(नवभारत टाइम्स,मुंबई,31.1.11)
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