समय सुबह 10 बजे। कानपुर रोड स्थित रामगढ़ कालोनी में सीएमएस डिग्री कॉलेज के सामने तीन मंजिला इमारत। सबसे ऊपर बोर्ड लगा था एसजी.डिग्री कॉलेज का। रिसेप्शन पर एक युवती बैठी थी। बाहर शादी की तैयारियां हो रही थीं। तभी एक पंडित जी दौड़ते हुए आते हैं और कर्मचारियों को बुलाकर कहते हैं, स्नेह नगर के स्वतंत्र गर्ल्स कॉलेज में कई पत्रकार जा रहे हैं, यहां कोई आए तो कुछ बताना नहीं। पन्द्रह मिनट बाद ही कर्मचारी कॉलेज का बोर्ड उतार लेते हैं और टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाते हैं। अब तीन मंजिला भवन एक पूर्ण गेस्ट हाउस का रूप ले लेता है और एस.जी.डिग्री कॉलेज गायब हो जाता है। इस दौरान मौके पर मौजूद था जागरण टीम का एक सदस्य। स्वतंत्र गर्ल्स डिग्री कॉलेज की छात्राओं के साथ बीएड शैक्षणिक टूर के नाम पर गई संदेश यात्रा में एस.जी.डिग्री कॉलेज की छात्राएं भी गईं थीं। एक बड़ा सवाल है कि आखिर यह एस.जी.कॉलेज है कहां? लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर इस कॉलेज का पता सेक्टर-डी कानपुर रोड दिया गया है। मंगलवार सुबह दैनिक जागरण की टीम इस पते पर पहुंची तो वहां एक गेस्ट हाउस था। भवन के ऊपरी मंजिल पर एस.जी.कॉलेज का बोर्ड लगा था, जो कुछ ही समय बाद उतार लिया गया। पिछले साल भी जब स्वतंत्र गर्ल्स कॉलेज का नाम सुर्खियों में आया था तो यहां पर दीवार पर लिखा गया कॉलेज का नाम मिटा दिया गया था। आखिर इसके पीछे कारण क्या है? गेस्टहाउस के लोगों ने बताया कि तीन मंजिला भवन के भूतल में हॉल, प्रथम तल में डाइनिंग हॉल और दूसरे तल पर कमरे बने हैं। बीएड छात्राओं के प्रवेश के समय ऊपरी मंजिल को स्वतंत्र गर्ल्स कॉलेज के प्रबंधक दिनेश तिवारी को दे दिया गया था। रात में गेस्ट हाउस का काम चल जाता था और दिन में प्रवेश प्रक्रिया होती थी। प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब यहां कोई नहीं आता है। जिस दिन वहां कोई शादी होती हम लोगों की छुट्टी कर दी जाती(दैनिक जागरण,लखनऊ,2.2.11)।
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