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30 जून 2011

पंजाब में आयुर्वेद की प्रवेश परीक्षा लटकी

प्राचीन चिकित्सा पद्धति को प्रमोट करने के पंजाब सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट गुरु रविदास आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी होशियारपुर ने पहले ही साल विद्यार्थियों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। इन दिनों जहां देश भर में विभिन्न यूनिवर्सिटी व संस्थान प्रवेश व प्रतियोगी परीक्षाओं के रिजल्ट भी घोषित कर चुके हैं। वहीं गुरु रविदास आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी की आयुर्वेदिक प्रवेश परीक्षा का कोई अता पता ही नहीं है।

यूनिवर्सिटी ने अभी तक प्रवेश परीक्षा का प्रोस्पेक्ट तक नहीं छापा है। विद्यार्थी दुविधा में हैं कि कहीं ऐसा न हो कि परीक्षा इतनी देरी से हो कि उसमें सीट न मिलने पर वे कहीं दूसरी जगह भी दाखिला न ले सकें। इस चक्कर में वे यूपी, उत्तरांचल, हरियाणा, कर्नाटक व महाराष्ट्र के कालेजों का रुख कर रहे हैं। अंदेशा ये पैदा हो गया है कि अब परीक्षा हो भी गई, तो बीएएमएस की सभी 600 सीटें भर ही नहीं पाएंगी।

पंजाब में 12 आयुर्वेदिक कालेज हैं। इनमें लुधियाना के गोपालगंज व सराभा, पटियाला, मंडी गोबिंदगढ़, जालंधर, अमृतसर, मोगा, दोधर, होशियारपुर, बठिंडा में एक एक व मुक्तसर में दो कालेज हैं। इनमें बीएएमएस की करीब 600 सीटें हैं। पिछले साल तक यह कालेज बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसिज से संबद्ध थे। यूनिवर्सिटी की ओर से ली जाने वाली पीएमटी परीक्षा के आधार पर ही इन कालेजों में बीएएमएस का भी दाखिला होता था।


इस साल पंजाब सरकार ने 12 कालेजों को होशियारपुर में नई बनी गुरु रविदास आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी के साथ जोड़ दिया। फरवरी में कालेजों को पत्र जारी किया गया कि इस बार प्रवेश परीक्षा यूनिवर्सिटी ही लेगी, लेकिन जून बीत जाने के बावजूद अभी तक प्रवेश परीक्षा नहीं हुई है। उधर, पीएमटी समेत करीब करीब सभी प्रतियोगी परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं। ऐसे में आयुर्वेदिक प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों को दुविधा है कि कहीं ऐसा न हो कि प्रवेश परीक्षा में पिछड़ने पर उन्हें पंजाब में भी सीट न मिले और वे कहीं और जाने के लायक भी न रहें।

जल्द होगी प्रवेश परीक्षा : डायरेक्टर
जब इस बारे में यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं के लिए जिम्मेदार परीक्षा नियंत्रक डॉ.लवलीन कौर से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। कहा कि चेयरमैन डॉ.एएस थिंद से बात कर लें। डिपार्टमेंट ऑफ रिसर्च एंड मेडिकल एजुकेशन के डॉयरेक्टर डॉ.जयकिशन से बात की गई तो उन्होंने कहा यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारियां की जा रही हैं। औपचारिकताएं पूरी कर जल्द ही प्रवेश परीक्षा आयोजित कर दी जाएगी।

दूसरे राज्य में जाना पड़ेगा
बाडेवाल निवासी विद्यार्थी अनंत नागरथ आयुर्वेद की पढ़ाई करना चाहते हैं । उनका कहना है कि मेरा बारहवीं का सीबीएसई का नतीजा आए एक महीना हो चुका है। तब से मैं आयुर्वेदिक प्रवेश परीक्षा का इंतजार कर रहा हूं। प्रवेश परीक्षा में देरी होने पर मुझे मजबूरी में घर से दूर रहकर पूणो या बैंगलोर के कालेजों में पढ़ाई करनी पड़ेगी(विपन जंड,दैनिक भास्कर,लुधियाना,30.6.11)।

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