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29 जुलाई 2011

हिमाचलःएनआईटी हमीरपुर में हॉस्टल की कमी से खाली ही रहेंगी एमटेक की 300 सीटें

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर में पीजी कोर्स के तहत एमटेक के दूसरे चरण राउंड की काउंसलिंग इस बार नहीं हो पाई है। लिहाजा इस कोर्स के तहत करीब 300 सीटें नहीं भरी जा सकेंगी। संस्थान में आवासीय समस्या के कारण फिलहाल एक साल के लिए प्रशासन को ऐसा कदम उठाना पड़ा है। इसके लिए संस्थान की पांच सदस्यीय कमेटी ने फैसला लिया है, लेकिन सेंटर फॉर एनर्जी एवं एन्वायर्नमेंट और सेंटर फॉर मेटीरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के तहत जिन स्टूडेंट्स को दोबारा काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है, उन्हें गेट स्कोर के तहत ही दाखिला मिल पाएगा।


इस बारे में डीन अकेडमिक ने सभी विभागों को पत्र भी जारी कर दिए हैं। संस्थान में इस साल एमबीए कोर्स को भी बंद कर दिया था। इसका कारण फैकल्टी की कमी बताई गई है। बीओजी (बोर्ड ऑफ जनरल) की बैठक में फैसला लिया गया था। करीब दो साल से नियमित रूप से फैकल्टी की भर्ती रुकी हुई है और कई विभागों को इसी कारण समस्या का सामना करना पड़ रहा है। एनआईटी में एमबीए कोर्स भी स्थगित करना पड़ा। पीजी में तकरीबन 600 सीटों को भरा जाना था और इसमें पहले चरण की काउंसलिंग तो हो गई थी, लेकिन उसमें बहुत कम स्टूडेंट्स ही दाखिल हो पाए। दूसरे चरण की काउंसलिंग होनी थी और उसमें तकरीबन 300 पदों को भरा जाना था, लेकिन इस इन्हें ठहराने की समस्या है।

हॉस्टल में पर्याप्त जगह न होने के कारण काउंसलिंग स्थगित की गई है। यदि इसे करवा लिया जाता तो दाखिल स्टूडेंट्स को ठहराना मुश्किल हो जाता। जिन हॉस्टल का निर्माण किया जा रहा है। - प्रो. आरएल शर्मा, डायरेक्टर एनआईटी, हमीरपुर(दैनिक भास्कर,हमीरपुर,29.7.11)

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