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07 जुलाई 2011

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में अब 5 साल में बीई-एमटेक

4 साल में इंजीनियरिंग में अंडर-ग्रेजुएट डिग्री लेने वाले स्टूडेंट्स के पास अब मौका होगा कि वह इंटीग्रेटेड कोर्स की मदद 5 साल में इंजीनियरिंग की सीधे पीजी डिग्री ले सकें। आरजीपीवी ने इस खास इंटीग्रेटेड कोर्स को शुरू करने के लिए तैयारियां और औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अब केवल इसमें राजभवन की मुहर लगना बाकी है। इसके लिए प्रस्ताव राजभवन जा चुका है।

हरी झंडी मिलते ही यह कोर्स इसी साल से शुरू हो जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॅरिकुलम डिजाइनिंग जैसी तैयारियां भी कर ली हैं। इनका फाइनल होना बस बाकी है। खास बात कि इंजीनियरिंग का यह इंटीग्रेटेड कोर्स देश में केवल आईआईटी, एनआईटी और बिट्स जैसे कुछ संस्थानों में ही चलता है। यह कोर्स अभी भी केवल आरजीपीवी में ही होगा न कि इससे संबद्ध किसी और संस्थान में।

खास होगा करिकुलम

इस कोर्स में सबसे खास बात होगी इसका कॅरिकुलम। जिसे पूरी तरह रिसर्च पर फोकस करके तैयार किया गया है। इससे स्टूडेंट अपनी डिग्री के पहले साल से ही रिसर्च से जुड़ जाएंगे।इनका इंडस्ट्री से सीधा इंट्रेक्शन रखने की भी व्यवस्था यूनिवर्सिटी कर रही है। हालांकि इसके लिए स्टूडेंट्स को बीई के लिए तय किए गए रोजाना के शिक्षण समय से 1 घंटा ज्यादा पड़ना पड़ेगा। यानि की इस कोर्स की क्लासेस का कुल समय 1 घंटा ज्यादा होगा। 

यह होगा फायदा
- बीई-एमटेक पूरा करने में फिलहाल छात्रों को 6 साल लगते हैं। इस कोर्स के चलते इसमें 1 साल की सीधी बचत होगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट पीजी करने की ओर आकर्षित होंगे।
- चूंकि इसमें रिसर्च को फोकस किया गया है लिहाजा इस क्षेत्र के अच्छे शोधार्थी मिलेंगे।
- संस्थानों में हर फैकल्टी के एमटेक होने के एआईसीटीई के नए नियम को पूरा करने में इससे मदद मिलेगी। इससे एमटेक होल्डर्स की संख्या बढ़ेगी।
- यूनिवर्सिटी से सीधा इंट्रैक्शन होने के ज्यादा विकल्प होने से इनमें तुलनात्मक रूप से ज्यादा प्राब्लम सॉल्विंग एप्रोच वाले, तकनीकी रूप से ज्यादा साउंड और कम्युनिकेशन स्किल्ड होंगे।

केवल राजभवन की मंजूरी का इंतजार है। यह कोर्स इंजीनियरिंग के क्षेत्र के बहुत अच्छे मैन पॉवर को तैयार करने में मददगार साबित होगा।
प्रो. पीयूष त्रिवेदी, कुलपति आरजीपीवी

6 स्ट्रीम में होगा दाखिला
यूनिवर्सिटी यह कोर्स 6 स्ट्रीम में एक साथ करने की तैयारी में है। कंप्यूटर साइंस, आईटी, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सिविल में सीधे एमटेक होगा। इन सभी में 20 - 20 सीटें होंगी। इनमें दाखिले के लिए आरजीपीवी यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय स्तर का एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करेगी(श्रद्धा जैन,दैनिक भास्कर,भोपाल,7.7.11)।

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