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30 जुलाई 2011

डीयूःएसओएल में होंगे ऑनलाइन एडमिशन

दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में अगले साल से स्टूडेंट्स के पास ऑनलाइन एडमिशन का ऑप्शन भी मौजूद रहेगा। हर साल स्टूडेंट्स की बढ़ती भीड़ को देखते हुए एसओएल ने ऑनलाइन एडमिशन करने का फैसला भी किया है। वहीं मौजूदा सेशन 2011-12 में स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन फॉर्म व फीस ऑनलाइन सब्मिट करने की फैसिलिटी दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट को लागू करने की तैयारियां करीब-करीब पूरी हो गई हैं।

एसओएल के इग्जेक्यूटिव डायरेक्टर प्रो. एच. सी. पोखरियाल ने बताया कि डिस्टेंस लर्निंग के स्टूडेंट्स को भी इंफमेर्शन टेक्नॉलजी का फायदा मिलना चाहिए। एसओएल के स्टूडेंट्स को कंप्यूटर ट्रेनिंग दिए जाने के प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अगले साल से स्टूडेंट्स के पास ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से एडमिशन का विकल्प रहेगा। ऑनलाइन एडमिशन से दिल्ली से बाहर रहने वाले स्टूडेंट्स को बार-बार यूनिवसिर्टी नहीं आना पड़ेगा और वे अपने शहर से ही एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकेंगे।

एसओएल में ऑनलाइन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे अधिकारियों ने बताया कि सीबीएसई समेत दूसरे सभी एजुकेशन बोर्ड के रिजल्ट की सीडी उन्हें मिल जाती है। स्टूडेंट्स एसओएल की वेबसाइट से फॉर्म डाउनलोड कर सकेंगे और ऑनलाइन पेमेंट भी कर सकेंगे। इस तरह से उनका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। वहीं इस साल स्टूडेंट्स अपनी एग्जामिनेशन फीस ऑनलाइन दे सकेंगे।


अभी स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन फॉर्म नेट पर मिल जाता है और उसे भरकर फीस जमा करने के लिए कैंपस आना पड़ता है, लेकिन अब ऑनलाइन फीस जमा करवाई जा सकेगी। एग्जामिनेशन फॉर्म ऑनलाइन भरने के बाद उसका प्रिंट आउट लेकर पोस्ट के जरिए एसओएल को भेजना होगा। सेकंड व थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स को अपनी एग्जामिनेशन फीस अभी भरनी है और वे इस बार ऑनलाइन पेमेंट कर सकेंगे। एसओएल में ग्रैजुएशन लेवल पर हर साल एक लाख से अधिक स्टूडेंट्स एडमिशन लेते हैं और स्टूडेंट्स की भारी भीड़ कैंपस में रहती है। इन नए फैसलों से स्टूडेंट्स को राहत मिलेगी। 

इसके अलावा मौजूदा सेशन में एसओएल के स्टूडेंट्स की कैंपस प्लेसमेंट की तैयारियां भी की जा रही हैं। यूनिवसिर्टी का सेंट्रल प्लेसमेंट सेल रेग्युलर स्टूडेंट्स के साथ-साथ एसओएल के स्टूडेंट्स के लिए भी प्लेसमेंट के राउंड कंडक्ट करेगा। अगस्त में प्लेसमेंट राउंड शुरू हो सकते हैं। यूनिवसिर्टी के मुताबिक एसओएल में फर्स्ट, सेकंड व थर्ड तीनों साल के स्टूडेंट्स को जॉब मिल सकती है। 

चूंकि एसओएल में शनिवार व रविवार को क्लासेज होती हैं इसलिए स्टूडेंट्स आसानी से जॉब कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी का कहना है कि ओपन लर्निंग से ग्रैजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स को जॉब की अधिक जरूरत होती है, लेकिन यूनिवर्सिटी में उन्हें यह मौका नहीं मिल पाता। एसओएल में तीन लाख से अधिक स्टूडेंट्स हैं और इनमें से चाहे जितने स्टूडेंट्स की भी प्लेसमेंट हो, बहुत अच्छा होगा(भूपेंद्र,नवभारत टाइम्स,दिल्ली,29.7.11)।

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