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29 जुलाई 2011

उत्तराखंडःगुप्तकाशी में आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज खुलेगा

यदि सरकार आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज व विद्यापीठ के प्रस्ताव को अमल में ले आती है तो निकट भविष्य में बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति मेडिकल कालेज व विद्यापीठ का संचालन भी करेगी। समिति ने चमोली जिले में अस्पताल व विद्यापीठ (गुप्तकाशी) में आयुव्रेदिक मेडिकल कालेज का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। इसके साथ ही मंदिर समिति लोक संस्कृति संस्थान की भी स्थापना करेगी। जनपद चमोली में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समिति कर्णप्रयाग, गौचर या पीपलकोटी में आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल निर्मित करेगी। यह सौ बिस्तर का अस्पताल होगा। इससे बदरीनाथ राजमार्ग में बरसात के दिनों में आये दिन मार्ग बाधित रहने से अन्य अस्पतालों में मरीजों को ले जाने में आ रही दिक्कतों से निजात मिलेगी। इस मामले में मुख्यमंत्री भी कई बार समिति को कह चुके हैं कि इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजें। इस अस्पताल के बनने से चमोली जनपद के दुर्गम क्षेत्र की जनता को भी राहत मिलेगी। वहीं मंदिर समिति ने विद्यापीठ (गुप्तकाशी) में आयुव्रेदिक मेडिकल कालेज (बीएएमएस) बनाने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा है। इस कालेज के बनने से आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्र भी डाक्टरी की पढ़ाई कर सकेंगे। इस मामले में समिति ने प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। शीघ्र ही शासन से इसकी अनुमति मिलने की उम्मीद है। वहीं समिति स्थानीय बोली-भाषा व लोक कलाओं के संरक्षण के लिए भी प्रयासरत है। पहाड़ की समृद्ध परंपराओं को जीवंत व संरक्षित करने के लिए समिति शीघ्र लोक संस्कृति संस्थान की स्थापना करेगी। इस संस्थान में छात्र लोक कलाओं में डिग्री भी हासिल कर सकेंगे। ताकि पहाड़ों से युवाओं के पलायन को रोका जा सके। इस बारे में मंदिर समिति के अध्यक्ष अनुसूया प्रसाद भट्ट ने पर्यटन मंत्री मदन कौशिक से भेंट की। कौशिक ने इस संबंध में समिति पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का भरोसा दिया। कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री का भी मानना है कि इन संस्थानों के बनने से निश्चित ही दूर-दराज के लोगों को फायदा मिलेगा। समिति के अध्यक्ष भट्ट शुक्रवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। श्री भट्ट ने बताया कि समिति अब यात्रियों की सुविधाओं के साथ-साथ पलायन रोकने के लिए योजनाएं तैयार कर रोजगार के साधन उपलब्ध कराएगी(दैनिक भास्कर,देहरादून,29.7.11)।

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