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18 जुलाई 2011

डीयूःकॉलेजों की रैगिंगरोधी तैयारी का जायजा लेंगे वीसी

दिल्ली विविद्यालय (डीयू) से सम्बद्ध कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2011-12 के शुरू होने का इंतजार केवल फ्रेशर्स ही नहीं, बल्कि डीयू के कुलपति और उनकी टीम भी कर रही है। नये सत्र को लेकर विद्यार्थियों में जहां जबर्दस्त उत्साह है, वहीं उन्हें रैगिंग का डर भी सता रहा है। सेमेस्टर सिस्टम को लेकर भी फ्रेशर्स में भ्रम है। फ्रेशर्स की इन्हीं दिक्कतों को दूर करने का फैसला डीयू कुलपति प्रो. दिनेश सिंह व उनकी टीम ने लिया है और 21 जुलाई से शैक्षणिक शुरू होने के बाद कॉलेजों का दौरा करेंगे। यह दौरा कुछ दिनों तक चलता रहेगा। इस दौरान कुलपति व उनकी टीम रैगिंग को लेकर कॉलेजों की तैयारियों का जायजा लेंगे व सेमेस्टर सिस्टम को लेकर विद्यार्थियों के भ्रम को दूर करेंगे। डीयू कुलपति प्रो. दिनेश सिंह ने बताया कि स्कूल से निकलकर कॉलेजों में जाना और वहां पढ़ाई करने का अनुभव काफी सुखद होता है। विविद्यालय भी चाहती है कि विद्यार्थियों को सुखद अनुभव पहले दिन से लेकर कॉलेज के आखिरी दिन तक हो और उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो। लेकिन रैगिंग को लेकर हर साल विद्यार्थियों में थोड़ा डर रहता है। सीनियर्स का बर्ताव कैसा रहेगा, इसे लेकर वह डरे रहते हैं। वैसे, विवि ने रैगिंग को लेकर काफी सख्त कदम उठाये हैं। कैम्पस कॉलेजों में ही नहीं इसके आसपास भी किसी को कोई परेशान न करे, इसके लिए डीयू की टीम ही नहीं, बल्कि पुलिस की टीम भी लगातार गश्त पर रहेगी। इसके अलावा वह खुद अलग-अलग कॉलेजों में जाकर दौरा करेंगे। उनकी टीम कॉलेजों में जाकर फ्रेशर्स की दिक्कतों को जानेगी। टीम कॉलेजों की कैंटीन, कॉमन रूम, क्लासेज और कॉरिडोर सहित सभी जगहों पर जाएगी। इस दौरान स्टूडेंट्स के सवालों और उनकी उलझनों को दूर किया जाएगा। फ्रेशर्स को परेशान करने वाले किसी भी सीनियर स्टूडेंट को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विद्यार्थियों को समझाया जाएगा कि सेमेस्टर सिस्टम पहली बार सभी कोर्सेज में विद्यार्थियों की भलाई के लिए अपनाया गया है(राष्ट्रीय सहारा,दिल्ली,18.7.11)।

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