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10 अगस्त 2011

छत्तीसगढ़ पीएमटी घोटाला : 31 में दो मेडिकल छात्र फर्जी, 29 की जांच जारी

पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के 31 संदिग्ध चिकित्सा छात्रों में दो और फर्जी निकल गए। दोनों छात्रों के फोटो और हस्ताक्षर से ही उनके फर्जी होने की पुष्टि हो गई। शेष 29 छात्रों के थंब इंप्रेशन (अंगूठों के निशान) की अब नए सिरे से जांच होगी।

फॉरेंसिक विभाग ने नए सिरे से अंगूठों की जांच के लिए तीन अलग-अलग स्टाइल से लिए जाने के निर्देश दिए हैं। सीआईडी की टीम इसी महीने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर छात्रों के अंगूठों के निशान लेगी।

सीआईडी ने 20 दिन पहले मेडिकल कॉलेज से 31 छात्रों के फोटो, हस्ताक्षर और अंगूठों के निशान लिए थे। इन छात्रों पर शक है कि पीएमटी में इनके बदले दूसरे विद्यार्थी शामिल हुए थे। संदेह के आधार पर सभी छात्रों को जांच के लिए राजधानी के एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) को भेजा गया।


वहां फोटो और हस्ताक्षर की जांच में ही दो की गड़बड़ी उजागर हो गई। उनके अंगूठे के निशान भी गोलमोल पाए गए। बाकी बचे 29 के फोटो और हस्ताक्षर का मिलान पूरा हो गया है, लेकिन अंगूठों के निशान में कंफ्यूजन है। लिहाजा इस कंफ्यूजन को दूर करने के लिए थंब इंप्रेशन नए सिरे से लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। अंगूठों के निशान अब दाएं-बाएं और खड़ा रखकर तीन तरह से लिए जाएंगे।

10 छात्रों की गिरफ्तारी के लिए पत्र : 

सीआईडी ने जिन 13 छात्रों के फर्जीवाड़े का पूर्व में खुलासा किया था, उनमें तीन गिरफ्तार किए जा चुके हैं। शेष बचे 10 छात्रों की गिरफ्तारी के लिए आरोपियों के संबंधित जिला पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा गया है। ये सभी छात्र फरार हैं। न तो इन्होंने कॉलेज में उपस्थिति दी है और न ही ये अपने घरों में हैं।

सीआईडी की अब तक की जांच

पहली जांच- 2007-2008 पीएमटी के जरिए दाखिला लिए छात्रों की जांच में तीन छात्र फर्जी निकले। इनमें दो टॉपर थे। उनकी गिरफ्तारी भी सीआईडी ने करवाई। इनमें से 10 छात्र भाग निकले, जिनकी तलाश जारी है।
दूसरी जांच- रायपुर मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे छात्र और व्यापमं से मिली सूची में 32 संदेही छात्र निकले। इनमें से एक ने न फार्म भरा था और न ही एडमिशन लिया। अब उसे जांच से बाहर कर 31 के फोटो, हस्ताक्षर और अंगूठों को फिर से जांच के लिए भेजा।

तीसरी जांच- 31 में से दो के फर्जी होने की पुष्टि के बाद अब 29 छात्रों की फिर से जांच होगी। इन 29 छात्रों के भेजे गए अंगूठों के निशान स्पष्ट नहीं है। लिहाजा नए सिरे से अंगूठे का निशान लेकर एफएसएल को भेजा जाएगा।

फिल्म मुन्नाभाई का रिमेक

गौरतलब है कि पूरा फर्जीवाड़ा मुन्नाभाई एमबीबीएस फिल्म की तरह किए जाने का अंदेशा है। फिल्म में जिस तरह संजय दत्त के बदले दूसरा डाक्टर पीएमटी में शामिल होता है, ठीक उसी तरह इन विद्यार्थियों के स्थान पर दूसरे राज्यों से आकर वहां के टॉपरों ने पीएमटी दी थी। 

सलेक्शन होने के बाद अब वही छात्र मेडिकल कॉलेज में डाक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं। व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने पीएमटी के दौरान परीक्षा हॉल में विद्यार्थियों के अंगूठे का निशान लिया था। उसी निशान का मिलान नए सिरे से करने के लिए विद्यार्थियों के थंब इंप्रेशन फिर से लिए गए। अब नए सिरे से अंगूठों की जांच के बाद सारे फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हो जाएगा(दैनिक भास्कर,रायपुर,10.8.11)।

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