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01 अगस्त 2011

छत्तीसगढ़ में मेडिकल में प्रवेश: खुफिया निगाहों के साये में होगी काउंसिलिंग

मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए चिकित्सा शिक्षा संचालनालय की ओर से आखिरी बार काउंसिलिंग का आयोजन किया जाएगा।

काउंसिलिंग में शामिल होने वाले हर उम्मीदवारों पर खुफिया निगाहें होंगी। पहली बार काउंसिलिंग की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। उम्मीदवारों को सीटों के आवंटन के पहले पुलिस की जांच से भी गुजरना पड़ेगा। उनके सभी प्रमाणपत्रों की जांच के बाद ही सीट का आवंटन होगा। काउंसिलिंग की तैयारियों का जायजा लेने सोमवार को रायपुर मेडिकल कॉलेज में बैठक होगी।

तीन शासकीय मेडिकल और चार डेंटल कॉलेज की सीटों के आवंटन के लिए काउंसिलिंग 3 अगस्त से शुरू होगी। रायपुर मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक , फिर दोपहर 3 बजे से काउंसिलिंग शुरू होगी। उम्मीदवारों को सुबह 9 बजे हॉल में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है।

6 अगस्त तक चलने वाली काउंसिलिंग में पहले दिन सामान्य वर्ग के 1 से 250 तक रैंक वालों को बुलाया गया है। सैनिक, फ्रीडम फाइटर आदि वर्ग की आरक्षित सीटों के लिए क्रमांक 1 से 10 तक के उम्मीदवारों को बुलाया गया है। 4 अगस्त को अनुसूचित जनजाति के मेरिट क्रमांक 100 तक, अनुसूचित जाति के 75 और अन्य पिछड़ा वर्ग के क्रमांक 75 वाले छात्रों को बुलाया गया है।


5 अगस्त को सामान्य वर्ग के क्रमांक 500 तक, अनुसूचित जनजाति के 200, अनुसूचित जाति के 200 और सामान्य वर्ग के क्रमांक 150 तक के उम्मीदवारों को सीटों का आवंटन किया जाएगा। काउंसिलिंग के अंतिम दिन 6 अगस्त को खाली सीटों के लिए सभी उम्मीदवार काउंसिलिंग में शामिल हो सकते हैं।

आधी-अधूरी जानकारी से हलाकान अभिभावक

व्यापमं की ओर से जारी किए गए नतीजों को लेकर अभिभावकों ने नाराजगी जाहिर की है। रविवार को कुछ अभिभावकों ने दैनिक भास्कर के कार्यालय में पहुंचकर बताया कि नतीजों में आरक्षित वर्ग की सीटों के लिए मेरिट लिस्ट का क्रमांक नहीं दर्शाया गया है। केवल ओवरऑल रैंक दी गई है। 

इससे यह पता ही नहीं चलता है कि अजजा, अजा, अन्य पिछड़ा वर्ग या स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कोटे की सीटों के लिए उनका रैंक क्या है। मध्यप्रदेश पीएमटी या अन्य राज्यों की ओर से नतीजों में आरक्षित वर्ग की सीटों के कोटे का क्रमांक भी दिया जाता है। इससे छात्रों को मालूम हो जाता है कि आरक्षित वर्ग की सीटों में उनका क्रमांक क्या है। एक ही दिन सभी को बुला लेने के वजह से काउंसिलिंग में वे भी शामिल हो जाते हैं, जिनका रैंक आरक्षित वर्ग के लिए पर्याप्त नहीं होता है।

आधी-अधूरी जानकारी से हलाकान 

व्यापमं की ओर से जारी किए गए नतीजों को लेकर अभिभावकों ने नाराजगी जाहिर की है। रविवार को कुछ अभिभावकों ने दैनिक भास्कर के कार्यालय में पहुंचकर बताया कि नतीजों में आरक्षित वर्ग की सीटों के लिए मेरिट लिस्ट का क्रमांक नहीं दर्शाया गया है। केवल ओवरऑल रैंक दी गई है। 

इससे यह पता ही नहीं चलता है कि अजजा, अजा, अन्य पिछड़ा वर्ग या स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कोटे की सीटों के लिए उनका रैंक क्या है। मध्यप्रदेश पीएमटी या अन्य राज्यों की ओर से नतीजों में आरक्षित वर्ग की सीटों के कोटे का क्रमांक भी दिया जाता है। 

इससे छात्रों को मालूम हो जाता है कि आरक्षित वर्ग की सीटों में उनका क्रमांक क्या है। एक ही दिन सभी को बुला लेने के वजह से काउंसिलिंग में वे भी शामिल हो जाते हैं, जिनका रैंक आरक्षित वर्ग के लिए पर्याप्त नहीं होता है(दैनिक भास्कर,रायपुर,1.8.11)।

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