मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

01 अगस्त 2011

उत्तराखंडःपंजाबी को द्वितीय राज भाषा का दर्जा देने की मांग

उत्तराखंड पंजाबी क्रांति मोर्चा ने पंजाबी भाषा को द्वितीय राजभाषा का दर्जा देने की मांग की है। मोर्चा से जुड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का तर्क है कि राज्य में पंजाबी समुदाय की आबादी अधिक है। प्रसिद्ध हेमकुंट साहिब भी यहीं है इसे देखते हुए पंजाबी भाषा को उचित सम्मान व द्वितीय भाषा का दर्जा देना जरूरी है। मोर्चा के तत्वावधान में रविवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित संगोष्ठी में सामाजिक कार्यकर्ता व ओबेराय मोटर्स के मालिक राकेश ओबेराय ने बतौर मुख्य अतिथि द्वीप जलाकर संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए कहा कि समाज में हरएक को अधिकारों के प्रति सजग रहना चाहिए। राज्य विकास में पंजाबी समुदाय के योगदान की सराहना भी उन्होंने की। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव वीरेन्द्र मोहन सिंह ने पंजाबी क्रांति मोर्चा द्वारा पंजाबी समुदाय के विकास के लिए किए जा रहे कायरे की सराहना की। पंजाबी भाषा को द्वितीय राजभाषा का दर्जा देने का समर्थन भी उन्होंने किया। इससे पूर्व पंजाबी क्रांति मोर्चा के संयोजक कुंवर जपिन्दर सिंह ने मोर्चा गठन के उद्देश्य व किए जा रहे कायरे पर प्रकाश डाला। गुरुद्वारा सभा के प्रधान राजेन्द्र सिंह, मोर्चा के महानगर अध्यक्ष आशीष नागरथ, जिलाध्यक्ष गिरीधर, युवा महानगर अध्यक्ष महेन्द्र खालसा सहित कई धार्मिक संस्थाओं व गुरुद्वारा प्रबंध समिति के प्रतिनिधि भी गोष्ठी में उपस्थित थे(राष्ट्रीय सहारा,देहरादून,1.8.11)।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।