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20 अगस्त 2011

रायपुर मेडिकल कॉलेज में रैगिंगरोधी प्रयास: प्रथम वर्ष छात्रों के लिए यूनिफार्म जरूरी नहीं

मेडिकल कॉलेज में रैगिंग रोकने के लिए एंटी रैगिंग कमेटी बना दी गई है। सीनियर छात्र जूनियरों की रैगिंग न ले सकें, इसके लिए डॉक्टरों को जिम्मेदारी दी गई है। प्रथम वर्ष के छात्रों का परिचय कराने के लिए सितंबर में फ्रेशर्स सम्मेलन होगा।

प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए विशेष यूनिफार्म का बंधन खत्म कर दिया गया है। वे किसी भी पोशाक में कॉलेज आ सकेंगे। एंटी रैगिंग कमेटी में डीन डॉ. एके शर्मा, आंबेडकर अस्पताल अधीक्षक डॉ. विवेक चौधरी, सभी विभागाध्यक्ष, छात्रावास के वार्डन, जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, छात्रसंघ पदाधिकारी, एएसपी एसआई खान, एसडीएम सिटी जयश्री जैन आदि शामिल किए गए हैं।

रैगिंग की शिकायत के लिए शिकायत पेटी लगाई गई है। छात्र टोल फ्री नंबर 18001805522 पर 24 घंटे शिकायत कर सकते हैं।

मेडिकल कॉलेज के सभी छात्रावासों में अनधिकृत व बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर पाएंगे। कॉलेज परिसर में रैगिंग के संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर निगरानी की जाएगी।


छात्रावास के आसपास असामाजिक तत्व न भटकें, इसके लिए जिला व पुलिस प्रशासन की मदद ली जाएगी। परिसर में जहां अंधेरा रहता है, वहां बिजली लगाई जाएगी। 
इसके लिए बिजली कंपनी से मदद ली जाएगी। स्टूडेंट्स व डॉक्टरों के बीच बेहतर सामंजस्य के लिए पहली बार स्टूडेंट-टीचर समिति बनाई गई है। एक-एक टीचर को पांच-छह छात्रों की जिम्मेदारी दी गई है।

"रैगिंग रोकने के लिए कॉलेज प्रबंधन पूरी तरह तैयार है। प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए विशेष यूनिफार्म की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। छात्र कोई भी शिकायत टोल फ्री नंबर व शिकायत पेटी के माध्यम से कर सकते हैं। सितंबर में फ्रेशर्स सम्मेलन में प्रथम वर्ष के छात्रों का परिचय करवाया जाएगा।"" 

डॉ. अरविंद नेरल, पीआरओ मेडिकल कॉलेज(दैनिक भास्कर,रायपुर,20.8.11)

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