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20 अगस्त 2011

मुंबईःशिक्षण सामग्री के बिना कैसे पढ़ें नौनिहाल!

बच्चों को स्कूल की ओर आकर्षित करने के लिए बीएमसी ने कई तरह की योजनाएं बनाईं, जिसमें बच्चों को पढ़ने लिखने के सामान नि:शुल्क वितरित करने की योजना भी शामिल है, पर यह योजना नगरसेवकों, अधिकारियों और ठेकेदार के बीच गठजोड़ में ऐसा लटका कि समय बच्चों को एक भी सामान नहीं मिलता। प्रशासन समय पर टेंडर नहीं मंगाता, जिससे स्थायी समिति में मंजूरी के लिए जानबूझ कर देरी से लाया जाता है। इससे गरीब बच्चों का हवाला देकर सत्तापक्ष और विपक्ष के नगरसेवक आनन-फानन में प्रस्ताव मंजूर करते हैं। स्कूल शुरू होने के बाद यह आवाज उठाई जाती है कि बच्चांे को सामान नहीं मिल रहे हैं। शिक्षा समिति से लेकर स्थायी समिति और बीएमसी की साधारण सभा की बैठक में प्रशासन और ठेकेदार के खिलाफ यहीं नगरसेवक आवाज उठाते हैं और उन पर कार्रवाई की मांग करते हैं, मगर किसी पर कोई कार्रवाई नहीं होती। ऐसे में, क्या माना जाए कि इनकी आवाज भी गठजोड़ की आवाज है और अगर ऐसा नहीं है, तो किसी पर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती!

महंगी खरीदी: हर साल की तरह इस साल भी बीएमसी बाबुओं ने सभी 27 सामान बहुत ही महंगे दर पर खरीदे हैं। इसके खिलाफ चंद आवाज स्थायी समिति में विपक्षी दलों ने उठाया था, मगर यह कहते हुए सभी प्रस्तावों को एक सुर में मंजूर कर लिया गया गरीब बच्चों देना है, इसलिए मंजूर किया जाए। ठेके की शर्त के मुताबिक सभी सामानों की सप्लाई 30 दिन के अंदर पूरी हो जानी चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है। इनके दिए स्कूल बैठ कुछ दिनों के बाद ही फट जाते हैं। कमोवेश यही हाल सभी सामान के होते हैं, जबकि बीएमसी बाबू सीना तान के कहते हैं कि हम अपने बच्चों को ब्रांडेड कंपनियों के सामान देते हैं। ये कैसा ब्रांड हैं, जिनके चंद दिनों के बाद ही चिथड़े उड़ने लगते हैं।


यूनिफार्म: यूनिफार्म के कपड़े मफतलाल कंपनी के हैं। छात्रों को दिए जाने वाले यूनिफॉर्म की न्यूनतम कीमत 239.40 रुपये है, जबकि अधिकतम कीमत 548.10 रुपये है, जबकि छात्राओं को दिए जाने वाले यूनिफॉर्म की न्यूनतम कीमत 298.20 रुपये और अधिकतम कीमत 648.90 रुपये है। नगरसेवकों व अधिकारियों के मुताबिक उच्च कोटी के यूनिफॉर्म छात्र व छात्राओं को दिए जा रहे हैं। इनका दावा आम आदमी के गले नहीं उतर रहा है। 

नोट बुक: सिंगल लाइन, डबल लाइन, चित्रकला, आलेख नोटबुक, विज्ञान नोट बुक जैसे कुल अलग-अलग 15 तरह की नोट बुक खरीदी का ठेका मे. थ्री स्टार कंपनी को दिया गया है। करीब 9.18 करोड़ रुपये में बीएमसी कुल 48 लाख नोट बुक खरीद रही है। 96 पेज की 15.75 रुपये, 196 पेज की 24.56 रुपये, चार लाइन की 66 पेज के नोट बुक 11.03 रुपये, चार लाइन वाले 66 पेज 15.75 रुपये, 40 पेज चित्रकला 28.35 रुपये में खरीदा है। 

जूते - मोजे : लखानी ब्रांड के जूते खरीद रही है , जिसमें एक जूते के साथ दो मोजे हैं। छात्रों के जूते की न्यूनतम कीमत 180.60 रुपये है , जबकि अधिकतम कीमत 341.25 रुपये है। छात्राओं को दिए जाने वाले जूते की न्यूनतम कीमत 177.45 रुपये और अधिकतम 337.05 रुपये है। कुल चार लाख 73 हजार 508 जोड़े जूते खरीदने का ठेका दिया गया है। 

स्कूल बैग : बैग के साथ पानी के बॉटेल , टिफिन बॉक्स भी शामिल हैं। बालवाड़ी के छात्रों को 256.50 रुपये , पहली से चौथी तक के छात्रों के लिए 378.00 रुपये , पांचवीं से सातवीं के छात्रों को 427.50 रुपये और आठवीं से दसवीं के बच्चों को 409.50 रुपये की कीमत वाली बैग दे रही है। स्कूल बैग एम . बी . रबर कंपनी के हैं। 

कंपास बॉक्स : कंपास बाक्स खरीदने का ठेका मे . जीएसएन असोसिएट्स को दिया गया है। ये कोरस ब्रांड के हैं। 30 सेंटीमीटर के स्केल ( फूलपट्टी ) 10 रुपये के , फाइन हेअर ब्रश चार नंबर के 14.15 रुपये , छह नंबर के 18.90 रुपये , आठ नंबर के 23.10 रुपये और 10 नंबर के फाइन हेयर ब्रश 32.50 रुपये के खरीद रही है। यह ठेका मे . लोटस कमर्शल को दिया गया है। कैमनिल की पंेसिल खरीदने का ठेका मे . थ्री स्टार कंपनी को दिया गया है। ऑइल पेस्टल की कीमत 29.50 रुपये , 15 एमएल की पेस्टल कलर बॉक्स 173 रुपये और 30 एमएल की पेस्टल कलर बॉक्स 425 रुपये में खरीद रही हैं(नवभारत टाइम्स,मुंबई,19.8.11)। 

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