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01 अगस्त 2011

कैटःबदला पैटर्न, बदली तैयारी

अभी तक कैट में तीन सेक्शन (क्वांटिटेटिव एबिलिटी, वर्बल एबिलिटी, डाटा इन्टरप्रिटेशन और लॉजिकल रीजनिंग) हुआ करते थे लेकिन अब दो सेक्शन कर दिए गए हैं। क्वांटिटेटिव एबिलिटी और डाटा इन्टरप्रिटेशन एक सेक्शन में रहेंगे। दूसरे सेक्शन में वर्बल एबिलिटी और लॉजिकल रीजनिंग रहेंगे।

दोनों सेक्शन से 30-30 सवाल पूछे जाएंगे, जिन्हें हल करने के लिए 70-70 मिनट यानी कुल 140 मिनट का समय मिलेगा। ऐसा करने के पीछे हर संकाय के छात्र को कैट पास करने का मौका देना है। दरअसल, अब तक होता यह था कि इंजीनियरिंग और मैथ्स ग्रुप के छात्र क्वांटिटेटिव एबिलिटी और डाटा इन्टरप्रिटेशन में अधिक स्कोर कर लेते थे जिससे उनके पर्सेंटाइल अधिक हो जाते जबकि कैट में सेक्शनल कट ऑफ यानी हर सेक्शन में कटऑफ मार्क्‍स देखे जाते हैं।

यह होगा फायदा

टाइम कोचिंग के सेंटर हेड श्वेतांक मलिक बताते हैं, नए पैटर्न में परीक्षार्थी पूरा ध्यान पहले सेक्शन पर दे पाएंगे क्योंकि पहले के 70 मिनट में कम्प्यूटर स्क्रीन पर पहला सेक्शन ही ओपन होगा जिससे परीक्षार्थियों को दूसरे सेक्शन पर पहुंचने की हड़बड़ी नहीं होगी और वो पूरा ध्यान पहला सेक्शन हल करने में लगा पाएंगे। दूसरा फायदा यह होगा कि टाइम बाउंड रहने की वजह से 70 मिनट में अधिक से अधिक सवाल हल करने की कोशिश करेंगे। 70 मिनट पूरा होते ही पेपर लॉक हो जाएगा। इसके बाद दूसरा सेक्शन स्क्रीन पर आएगा, अब परीक्षार्थी को यह चिंता नहीं सताएगी कि पिछले पेपर पर जाकर उसकी गलतियां ठीक कर ली जाएं क्योंकि वो तो पहले ही लॉक हो चुका होगा। चूंकि आईआईएम-कोलकाता पेपर सेट करेगा तो पेपर का स्तर हाई रहेगा। 

कैट फैकल्टी निरूपमा सिंह कहती हैं, अब सॉफ्टवेयर को रि-डिजाइन करके छात्रों को प्रैक्टिस करनी होगी। बिल्कुल उसी तरह पेपर की तैयारी करनी होगी जिस तरह कम्प्यूटर बेस्ट कैट होती है। इसी टाइम बाउंड में पहले क्वांटिटेटिव एबिलिटी और डाटा इन्टरप्रिटेशन और फिर वर्बल एबिलिटी और लॉजिकल रीजनिंग के मॉक टेस्ट हल कराने होंगे। हम सोमवार से इस पैटर्न पर प्रैक्टिस शुरू करा देंगे क्योंकि अब स्टूडेंट्स के पास दो महीने का ही वक्त बचा है। 

सिलेबस नहीं बदला
स्टूडेंट्स को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि कैट के कंटेंट में बदलाव नहीं हुआ है। बस पेपर हल करने का कम्प्यूटर बेस्ड तरीका बदला है। दोनों सेक्शन पर बराबर फोकस करना है क्योंकि यह बदलाव इसलिए किया गया है कि आईआईएम में पहुंचने वाले छात्र सभी विषय में पकड़ रखें। अक्सर होता यह था कि जिस विषय में स्टूडेंट की पकड़ होती थी वो पूरा वक्त उसी को हल करने में निकाल देता था, जिसकी वजह से पर्सेंटाइल अधिक होने के बावजूद दाखिला नहीं मिल पाता था। 

20 दिन की होगी विंडो 

- कैट, 22अक्टूबर से लेकर 18 नवंबर तक होगी। पिछली बार की तरह 20 दिनों का विंडो। 
- 15 मिनट का समय टेस्ट से पहले ट्यूटोरियल पढ़ने के लिए दिया जाएगा। 
- दो सेक्शन 70-70 मिनट के। हर सेक्शन में 30 सवाल होंगे। लगभग 450 अंकों का हो सकता है पेपर।
- निगेटिव मार्किग भी रहेगी। 
- 8 अगस्त तक कैट-आईआईएम की वेबसाइट पर होगी पूरी जानकारी उपलब्ध। 
- एक्सिस बैंक की शाखाओं से मिलेंगे कैट वाउचर। 
- 13 आईआईएम की 2800 सीट्स के अलावा देश के अन्य नामी बी-स्कूल्स कैट के स्कोर पर दाखिला देते हैं। 
- पिछले साल 2.6 लाख प्रतिभागी कैट के लिए रजिस्टर हुए थे। इस साल यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है(दैनिक भास्कर,भोपाल,1.8.11)।

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