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21 सितंबर 2011

डीयूःरामजस कॉलेज में मार्क्‍सशीट फर्जीवाड़े में पूर्व छात्र का हाथ

सीबीएसई की फर्जी मार्क्‍सशीट के सहारे रामजस कॉलेज में 25 फर्जी दाखिले कराने के पीछे कॉलेज के ही एक पूर्व छात्र का नाम सामने आया है। कॉलेज में पढ़े और सेंट्रल काउंसिल का चुनाव लड़ चुके इस पूर्व छात्र नरेश यादव उर्फ ताऊ की पहचान उन अभिभावकों ने की है, जिनके बच्चों के दाखिले फर्जी मार्क्‍सशीट के चलते रद्द कर दिए गए हैं।

अभिभावकों की ओर से कॉलेज को सौंपे गए लिखित बयान में साफ किया गया है कि मार्क्‍सशीट के एवज में उनसे 3 से 4 लाख रुपए वसूले गए हैं और उन्हें इस छात्र से कॉलेज में बीकॉम ऑनर्स द्वितीय वर्ष में पढ़ रहे एक छात्र ने मिलवाया है। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ.राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि अभिभावकांे के लिखित बयान ले लिए गए हैं और बुधवार को जब समूची रिपोर्ट उनके पास पहुंचेगी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।


डॉ.प्रसाद ने स्पष्ट किया है कि मामला गंभीर है और जिस सफाई से मार्क्‍सशीट तैयार की गई है, उसके पीछे किसी गिरोह के काम करने का संदेह होता है। दाखिला समिति व तमाम दस्तावेजों की जांच कर रही स्क्रीनिंग कमेटी से समूचे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की गई है। बुधवार सुबह रिपोर्ट को देखने के बाद तय होगा कि आखिरी इस प्रकरण में क्या कार्रवाई की जाए। पुलिस की सामान्य जांच के साथ-साथ क्राइम ब्रांच से जांच कराने का विकल्प हमारे समक्ष खुला है।

कॉलेज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक फर्जी मार्क्‍सशीट के चलते रद्द हुए 25 दाखिलों में 18 बीकॉम ऑनसर्, 2 बीकॉम पास, एक बीए प्रोग्राम और 4 ईकोनॉमिक्स ऑनर्स के हैं। इनमें से 19 छात्रों के अभिभावकों ने कॉलेज पहुंचकर इस बात की मांग की है कि उनके बच्चे को बख्श दिया जाए। वे फर्जी मार्क्‍सशीट को मुहैया कराने वाले व्यक्ति के खिलाफ लिखित बयान देने को तैयार हैं। कॉलेज की ओर से जारी कार्रवाई के तहत समूचे फर्जीवाड़े पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी जारी है और इसमें शामिल बी.कॉम ऑनर्स द्वितीय वर्ष के छात्र का दाखिला भी कॉलेज रद्द कर सकता है। दरअसल, दस्तावेजों की जांच मंे पता चला है कि इस छात्र का दाखिला भी फर्जी मार्क्‍सशीट के सहारे हुआ था(शैलेन्द्र सिंह,दैनिक भास्कर,दिल्ली,21.9.11)।

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