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02 नवंबर 2011

छत्तीसगढ़ःरैगिंग हुई पर कालेज की मान्यता खत्म होगी

प्रदेश के डेंटल कॉलेजों बढ़ रही रैगिंग की घटनाओं पर डेंटल कौंसिल ऑफ इंडिया सख्त हो गई है। किसी भी कॉलेज में अगर रैगिंग की शिकायत मिली तो उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी। डीसीआई (डेंटल कौंसिल आफ इंडिया) ने सभी डेंटल कॉलेजों के प्राचार्यो को यह चेतावनी दी है। यही नहीं रैगिंग रोकने के नियमों का पालन नहीं किए जाने पर डीसीआई स्वीकृत सीटों की संख्या भी घटा सकती है।

प्रदेश के कुछ कॉलेजों में चोरी छिपे रैगिंग की घटनाएं होती रहती हैं। जूनियर छात्र सीनियर छात्रों के डर से प्राचार्य या अन्य प्रोफेसर से इसकी शिकायत नहीं कर पाते। कॉलेज प्रबंधन भी केवल एंटी रैगिंग कमेटी का गठन, सीनियर-जूनियर छात्रों के बीच परिचय कराने के बाद चुप बैठ जाते हैं। शिक्षा सत्र 2011-12 में रैगिंग का मामला न आए, इसके लिए सभी डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के बाद जूनियर छात्रों की काउंसिलिंग करने का फरमान डीसीआई ने जारी किया है। इस काउंसिलिंग में प्राचार्य के अलावा प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर व जूनियर छात्रों को रैगिंग की परिभाषा बतानी होगी। यही नहीं कॉलेज के एंटी रैगिंग के सदस्यों को होस्टल व कॉलेज परिसर का नियमित औचक निरीक्षण करना होगा। इससे रैगिंग की घटना को रोकने में मदद मिलेगी। डीसीआई का मानना है कि नई व्यवस्था से देशभर के सभी डेंटल कॉलेजों में रैगिंग की समस्या से छुटकारा मिलेगा(दैनिक भास्कर,रायपुर,2.11.11)।

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