डीयू प्रशासन पर एडमिशन के दौरान अनुसूचित जाति/जनजाति श्रेणी के छात्रों के साथ भेदभाव किए जाने का आरोप लगा है।
इसकी शिकायत करते हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर गंगा सहाय मीणा ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को पत्र लिखा है। इसमें आरोप लगाया गया है कि एडमिशन के लिए एससी/एसटी छात्रों को ऑनलाइन प्रक्रिया से दूर रखा जा रहा है।
यही नहीं सामान्य व ओबीसी श्रेणी के छात्रों के लिए डीयू में दस केंद्र और बारह पोस्ट ऑफिसों पर फॉर्म खरीदने और जमा करने की व्यवस्था है, जबकि एससी/एसटी छात्रों के लिए कुल मिलाकर चार केंद्र ही बनाए गए हैं।
यही नहीं अन्य छात्रों को शाम चार बजे तक फॉर्म मिल रहे हैं, जबकि एससी/एसटी छात्रों को दोपहर दो बजे तक ही। उन्हें फॉर्म के साथ अन्य दस्तावेज भी सामान्य श्रेणी की तुलना में कहीं ज्यादा उपलब्ध कराने पड़ रहे हैं(दैनिक भास्कर,दिल्ली,10.6.12)।
भाई, भेदभाव के आरोप डीयू पर लगे हैं, जैसा की न्यूज की पहली ही पंक्ति में है. आप शीर्षक सुधारें. अगर आपने न्यूज भास्कर से ली है तो भास्कर की वेबसाइट का शीर्षक भी जांच लें. http://www.bhaskar.com/article/DEL-sc-st-students-allege-discrimination-3393521.html
जवाब देंहटाएंकृपया इसे शीघ्रातिशीघ्र सुधारने का कष्ट करेंगे.