स्वर्णिम मध्यप्रदेश के लिए विधानसभा द्वारा पारित संकल्प-2010 के तहत मध्य प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में 18 से 23 आयु वर्ग के विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाकर 7 लाख 70 हजार किए जाने का लक्ष्य है। इससे सकल नामांकन दर वर्तमान 12.5 से बढ़ कर 15.5 प्रतिशत हो जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, इस बारे में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने तकनीकी शिक्षा, कृषि तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गयी संक्षिप्त कार्ययोजना भेजी है। उनसे अनुरोध किया गया है कि वे भी इस संबंध में अपनी कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र भेजें, ताकि एक कार्ययोजना इसी अकादमिक सत्र से शुरू की जा सके।
सकल नामांकन दर बढ़ाने की प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार वर्ष 2010-11 तक नामांकन संख्या 6 लाख 90 हजार, वर्ष 2010-11 तक 7 लाख 30 हजार तथा वर्ष 2012-13 तक 7 लाख 70 हजार की जानी है। वर्ष 2009-10 में प्रदेश के महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या 6 लाख 50 हजार और सकल नामांकन दर 12.5 प्रतिशत है(नवभारत टाइम्स,भोपाल,26 मई,2010)
सूत्रों के मुताबिक, इस बारे में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने तकनीकी शिक्षा, कृषि तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गयी संक्षिप्त कार्ययोजना भेजी है। उनसे अनुरोध किया गया है कि वे भी इस संबंध में अपनी कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र भेजें, ताकि एक कार्ययोजना इसी अकादमिक सत्र से शुरू की जा सके।
सकल नामांकन दर बढ़ाने की प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार वर्ष 2010-11 तक नामांकन संख्या 6 लाख 90 हजार, वर्ष 2010-11 तक 7 लाख 30 हजार तथा वर्ष 2012-13 तक 7 लाख 70 हजार की जानी है। वर्ष 2009-10 में प्रदेश के महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या 6 लाख 50 हजार और सकल नामांकन दर 12.5 प्रतिशत है(नवभारत टाइम्स,भोपाल,26 मई,2010)
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