पढ़ाई से वंचित व स्कूल छोड़ चुके बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के प्रयास तेज हो गए हैं। इसके लिए बच्चों को वैकल्पिक पढ़ाई की जगह स्कूलों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को सामान्य बच्चों के स्तर तक लाया जाएगा।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद वैकल्पिक शिक्षा की जगह बच्चों के सर्वागीण विकास की पहल तेज हो गई है। जिला समन्वयक वैकल्पिक शिक्षा संजीव गुप्ता ने बताया कि गत सत्र में जिन स्कूलों के बच्चों ने अगली कक्षा में दाखिला नहीं लिया था, उन्हें सर्वे के माध्यम से आउट ऑफ स्कूल बच्चों के रूप में चिन्हित किया गया था। फिर इन बच्चों को शिक्षित करने के लिए गैर आवासीय ब्रिज कोर्स चलाए जाते थे। लेकिन इस बार ऐसे बच्चों को स्कूलों में ही विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के जरिए इन बच्चों को सामान्य बच्चों के बराबर लाया जाएगा। इस बाबत सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं।
मुख्य समाचारः
26 मई 2010
दिल्ली और आसपास के ड्राप-आउट बच्चों के लिए विशेष प्रशिक्षण
(हिंदुस्तान,गाजियाबाद,25.5.2010)
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