मुख्य समाचारः

सम्पर्कःeduployment@gmail.com

26 मई 2010

राजस्थान यूनिवर्सिटी के अल्पावधि पाठ्यक्रम होंगे अपडेट

अब राजस्थान यूनिवर्सिटी समेत देशभर के प्रोफेसर्स और रीडर्स अपने अनिवार्य कोर्स पूरे हो जाने के बाद भी अपडेट रह सकेंगे। इसके लिए यूजीसी स्टाफ एकेडमिक कॉलेज की ओर से शॉर्ट टर्म कोर्सेज की शुरुआत की गई है। इन शॉर्ट टर्म कोर्सेज में टीचर्स और असिस्टेंट प्रोफेसर्स के साथ प्रोफेसर्स और रीडर्स भी पार्टिसिपेट करेंगे।

यूजीसी की ओर से हर वर्ष होने वाले रिफ्रेशर्स और ओरिएन्टेशन प्रोग्राम्स के साथ अब कई शॉर्ट टर्म कोर्सेज भी चलाए जाएंगे। इन कोर्सेज के जरिए स्कैल प्राप्त कर लेने और अपने कार्यकाल के कोर्स पूरे कर लेने के बाद भी अपडेट हुआ जा सकेगा। इन कोर्सेज की मुख्य बात यह है कि इनमें टीचर्स के साथ-साथ प्रोफेसर्स और रीडर्स भी पार्टिसिपेट कर सकेंगे।

पहले थे स्पेशल समर स्कूल

अब से पहले यूजीसी की ओर से रिफ्रेशर्स और ओरिएंटेशन कोर्सेज के साथ स्पेशल समर स्कूल चलाए जाते थे। इन स्कूल्स में कोई भी पार्टिसिपेट कर सकता था। साथ ही जो कैंडिडेट्स किसी कारण से रिफ्रेशर या ओरिएंटेशन कोर्स नहीं कर पाते थे, वे लोग इन स्कूल्स में आकर उनकी पूर्ति कर सकते थे, लेकिन अब समर स्कूल्स नहीं होने से यह फैसिलिटी नहीं मिल पाएगी।


और घट गई रिफ्रेशर्स कोर्सेज की संख्या

जहां एक ओर शॉर्ट टर्म कोर्सेज की शुरुआत होने से सभी को सुविधा हुई और स्पेशल समर स्कूल बंद हुए, वहीं रिफ्रेशर्स कोर्स की संख्या 2010-11 के सैशन के लिए घट गई है। जहां पिछले सैशन में रिफ्रेशर कोर्सेज की संख्या १५ थी। वह नए सैशन में घटकर 12 हो गई है। इस वर्ष ओरिएंटेशन कोर्सेज की संख्या ३ हैं।


कार्यकाल में चार कोर्स होते हैं अनिवार्य

किसी भी प्रोफेसर के लिए पूरे कार्यकाल में चार कोर्स करने अनिवार्य होते हैं। इसमें तीन रिफ्रेशर और एक ओरिएन्टेशन कोर्स शामिल होते हैं। सबसे पहले एक लैक्चर को सीनियर स्कैल के लिए, एक ओरिएन्टेशन और एक रिफ्रेशर कोर्स करना होता है। इसके बाद सलैक्शन के लिए दो रिफ्रेशर कोर्स करने अनिवार्य होते हैं। सभी कोर्सेज के बीच एक निश्चित समयावधि होती है।


क्या हैं शॉर्ट टर्म कोर्सेज?

यूजीसी की ओर से हर वर्ष कैम्पस में पूरे देश के टीचर्स के लिए कई रिफ्रेशर और ओरिएन्टेशन कोर्स चलाए जाते हैं। इन कोर्सेज के जरिए जहां टीचर्स और असिस्टेंट प्रोफेसर्स अपने कार्यकाल में अनिवार्य किए कोर्सो को पूरा करते हैं, वहीं नई रिसर्च और जानकारियों से अपडेट भी होते हैं। अब अनिवार्स कोर्सेज के पूरा हो जाने के बाद भी बचे हुए कार्यकाल में प्रोफेसर्स और रीडर्स को अपडेट करने के लिए शॉर्ट टर्म कोर्सेज चलाए गए हैं। इन वीकली कोर्सेज में उनको नई रिसर्च, करंट टॉपिक्स की जानकारी देने के साथ ही नई तकनीक से रूबरू कराया जाएगा।


इन टॉपिक्स पर शॉर्ट टर्म कोर्सेज

2010-11 के सैशन में शॉर्ट टर्म कोर्सेज की संख्या 6 होगी। इसमें ह्म्यिूनिटी, अरबन लोकल सेल्फ गवर्नमेंट, एम्पलॉएमेंट ऑफ रूरल विमन, अरबन यातायात, रिसर्च मैथडलॉजी और डिजास्टर मैनेजमेंट टॉपिक्स पर एक्सपर्ट्स जानकारी देंगे।
(दैनिक भास्कर,जयपुर,26.5.2010)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।