कलकत्ता विश्वविद्यालय(सीयू) ने बीकॉम पाठ्यक्रम को और अधिक रोजगार परक बनाने के लिए पाठ्यक्रम में बदलाव का निर्णय किया है. सोमवार को सीयू के दरभंगा बिल्डिंग में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सीयू के प्रो वाइस चांसलर (एकेडमिक) ध्रुव ज्योति चटर्जी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बीकॉम में छात्रों की संख्या घटती जा रही है. छात्रों का झुकाव आज रोजगार परक शिक्षा की ओर अधिक है.
इसे ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम में बदलाव का निर्णय किया है, हालांकि प्रक्रिया आरंभिक अवस्था में है इसलिए विस्तार से बताना अभी संभव नहीं. उन्होंने बताया विश्वविद्यालय की अंडर ग्रेजुएट बोर्ड ऑफ स्टडीज फॉर कॉमर्स इस बाबत खाका तैयार कर रही है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में उद्योग जगत की राय लेने के लिए एक जून को मर्चेंट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स(एमसीसी) में एक कार्यशाला का आयोजन होगा. जिसके बाद पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दिया जायेगा.
यह परिवर्तन वर्ष 2011 से लागू होंगे. मौके पर उपस्थित एमसीसी के अध्यक्ष श्याम सुंदर बेरीवाल ने बताया कि सामान्य तौर पर साधारण बीकॉम पास छात्र के पास प्रैक्टिकल ज्ञान कम होता होता है. जिसके अभाव में उन्हें जल्दी नौकरी नहीं मिलती. इस अवसर पर अंडर ग्रेजुएट बोर्ड ऑफ स्टडीज फॉर कॉमर्स के चेयरमैन, सेंट जेवियर्स कॉलेज के प्रो ओशष मित्रा, एमसीसी के डायरेक्टर जनरल आरके सेन भी मौजूद थे(प्रभात खबर,कोलकाता,25.5.2010)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।