राजस्थानी भाषा के विद्यार्थियों ने सोमवार को जोधपुर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर, राजस्थानी में पढ़े विद्यार्थियों को सरकारी नौकरियों में उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग की। अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति की जोधपुर शाखा, मातृभाषा राजस्थानी छात्र मोर्चा की ओर से छात्रों ने प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि कई छात्र वर्षो से 11वीं से लेकर एमए तक राजस्थानी विषय में अध्ययन कर रहे हैं। परंतु राज्य सरकार ने नौकरियों में उन्हें उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया। समिति के देहात जिलाध्यक्ष रामसिंह राठौड़ ने मांग की कि अविलंब राजस्थानी को संवैधानिक मान्यता दी जाए।
एसएफआई के किशन मेघवाल, मातृभाषा राजस्थानी छात्र मोर्चा राजस्थान के प्रदेश संयोजक गौरीशंकर निमिवाÝ, राजस्थानी मोट्यार परिषद के संभाग उप पाटवी सतपाल खाती, राजस्थानी शोधार्थी प्रशांतसिंह राठौड़ ने खाली पड़े शैक्षणिक पदों को तुरंत भरने की मांग की। सभा को जालाराम पटेल, डॉ.रणजीतसिंह चौहान आदि ने संबोधित किया। मनोजसिंह, वासुदेव जोशी, मनीष पंवार, सत्यनारायण राजपुरोहित, अजरुनराम लेगा, हेमाराम आदि ने संबोधित किया।
(दैनिक भास्कर,जोधपुर,11.5.2010)
(दैनिक भास्कर,जोधपुर,11.5.2010)
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