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18 मई 2010

महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की पीएचडी-एम.फिल प्रवेश परीक्षा जुलाई में

बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय की ओर से पीएचडी व एम.फिल. की संयुक्त प्रवेश परीक्षा जुलाई के अंतिम सप्ताह में होने की संभावना है। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। परीक्षा के लिए आवेदन-पत्रों का वितरण इस माह के अंत में शुरू हो जाएगा। आगामी 22 मई को होने वाली विद्या परिषद (एकेडमिक कौंसिल) की बैठक में इस परीक्षा से संबंधित पाठ्यक्रम का अनुमोदन कर दिया जाएगा। पाठ्यक्रम को बोर्ड ऑफ स्टडीज ने हाल में अंतिम रूप दिया है।

पुराने पैटर्न से पीएचडी व एम.फिल की डिग्री प्राप्त करने वालों को विश्वविद्यालय की संयुक्त प्रवेश परीक्षा नहीं देनी पडेगी। उनके लिए अलग से सीटें निर्धारित की जाएंगी। उपलब्ध सीटों पर वरीयता के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। नेट व सेट परीक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए भी कमोबेश यही व्यवस्था रहेगी। गौरतलब है कि यूजीसी ने 2009 में एक अध्यादेश जारी कर कहा कि पुराने पैटर्न से पीएचडी व एम.फिल करने वालों को व्याख्याता पद पर नियुक्ति के लिए पात्र नहीं माना जाएगा। उक्त पद के लिए सिर्फ नेट उत्तीर्ण को ही नियुक्ति दी जाएगी। इसके बाद राज्य सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों को यूजीसी की ओर से निर्धारित नए पैटर्न के अनुसार पीएचडी व एम.फिल के पाठ्यक्रम कराने के निर्देश दिए थे।

'नए पैटर्न से पीएचडी व एम.फिल करने वालों को व्याख्याता पद पर नियुक्ति मिलने में कोई दिक्कत नहीं आएगी, क्योंकि यह संयुक्त प्रवेश परीक्षा पूर्णतया यूजीसी के नियम-कायदों के अनुरूप ही करवाई जाएगी। इसमें पुराने पैटर्न वालों को सीधे प्रवेश देने की व्यवस्था की जा रही है।' -डॉ. जी. आर. जाखड, कुलपति, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर
(राजस्थान पत्रिका,बीकानेर,18 मई,2010)

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