सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को नए सत्र में 11वीं कक्षा में अब गणित, विज्ञान जैसे विषय आसानी से नहीं मिल सकेंगे। 10वीं कक्षा में इन विषयों में प्राप्त औसत ग्रेड (सीजीपीए) के आधार पर तय होगा कि विद्यार्थी को कौन से विषय में प्रवेश दिया जाए। ऐसा ग्रेड प्रणाली लागू होने के कारण हो रहा है।सीबीएसई बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि 11वीं में जो भी प्रवेश दिए जाएं, उनमें कोर विषयों के ग्रेड को महत्व दिया जाए। कोर विषयों में मैथ और साइंस को शामिल किया गया है। यानी इस बार जो भी प्रवेश होंगे उनमें मैथ और साइंस से जुड़े ग्रेड को निर्णायक माना जाएगा।
यह है नया सिस्टम
पीसीएम यानी भौतिकी, रसायन और गणित में दाखिले के लिए सभी विषयों के साथ मैथ और साइंस में औसत ग्रेड यानी का स्तर 7 होना जरूरी है। इसी प्रकार पीसीबी यानी भौतिकी, रसायन और जीवविज्ञान के लिए कुल विषयों के साथ साइंस में औसत ग्रेड 7 होना जरूरी होगा। कुल विषयों के औसत ग्रेड का स्तर 7 से कम होने पर कॉमर्स और आर्ट्स ग्रुप में दाखिला दिया जाएगा।
ग्रेडिंग प्रणाली के कारण बदलाव
प्रवेश के नियमों में यह बदलाव ग्रेडिंग प्रणाली के कारण करना पड़ा है। इसमें छात्रों को उनके कुल ग्रेड के स्तर का मूल्यांकन करते हुए प्रवेश दिया जाएगा। सभी स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों का पालन करना जरूरी होगा।अकल्पिता भट्टाचार्य,चेयरमैन, सहोदय(दैनिक भास्कर,ग्वालियर,19.6.2010)
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