जुलाई से मध्य प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को रोजाना पांच घंटे के बजाय अब साढ़े सात घंटे पढ़ाई करनी होगी। समय बढ़ाने के साथ ही पीरियड के समय में पांच मिनट की कटौती की गई है। अब यह 40 मिनट का होगा। यह व्यवस्था प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी तक सभी कक्षाओं के लिए है।
दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग ने वर्ष 2010-11 के शैक्षणिक कैलेंडर में स्कूलों के संचालन की व्यवस्था नए सिरे से तैयार की है। यह परिवर्तन शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत किया गया है। इसमें पढ़ाई के घंटे बढ़ाने का प्रावधान है। पहले स्कूलों में पहली शिफ्ट में सुबह सात से 12 बजे तक पढ़ाई होती थी, जिसे अब ढाई बजे तक कर दिया गया ह(ै।
वहीं दूसरी शिफ्ट 12 बजे के बजाय सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और पांच बजे तक चलेगी। अब दो शिफ्टों में स्कूल नहीं लगेंगे। हालांकि विशेष परिस्थितियों में जिला शिक्षा अधिकारी की अनुमति से ऐसा किया जा सकेगा।
इसमें भी शर्त यह होगी कि दोनों शिफ्टों में पढ़ाई के घंटों में कटौती नहीं की जाएगी। संस्था प्रमुख को लेने होंगे दो पीरियड: दो शिफ्टों में स्कूल संचालित किए जाने की स्थिति में संस्था प्रधान और शिक्षकों को प्रत्येक शिफ्ट में साढ़े सात घंटे बिताने होंगे। संस्था प्रमुख को कम से कम दो पीरियड और शिक्षकों को पांच पीरियड लेना अनिवार्य होगा।
फिर शुरू होगी बालसभा :
डेढ़ दशक पहले परिपाटी से बाहर हो चुकी बालसभा फिर से शुरू की जा रही है। इसके माध्यम से छात्रों में संभाषण कला विकसित की जाएगी। बालसभा में छात्रों को भारतीय महापुरुषों, साहित्यकारों, क्रांतिकारियों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, खिलाड़ियों के बारे में बताया जाएगा। उन्हें न्यायपालिका, कार्यपालिका, स्थानीय निकाय, पत्रकारिता, भारतीय संस्कृति, संस्कार, समाज और परंपरा की जानकारी भी दी जाएगी।
जल्दी आएंगे, देर से जाएंगे शिक्षक
शिक्षक स्कूल खुलने के एक घंटे पहले आएंगे और छुट्टी होने के एक घंटे बाद जाएंगे। इतना ही नहीं, स्कूलों में पढ़ाई का समय बढ़ाने के लिए अब प्रत्येक पीरियड 40 मिनट का होगा। छात्रों को 30 मिनट का लंच दिया जाएगा, बशर्ते स्कूल दो शिफ्टों में न लगता हो।
कमजोर छात्रों के लिए होगा अलग से पीरियड
जुलाई से ही कमजोर छात्रों के लिए सुधारात्मक कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसके लिए स्कूल सुविधानुसार हफ्ते में तीन पीरियड निर्धारित करेंगे।
खेल एवं योग
खेल एवं योग का भी एक पीरियड होगा। 40 मिनट के पीरियड में 30 मिनट खेल जबकि 10 मिनट योग के लिए होगा। यह पीरियड पहले से चौथे पीरियड के बीच में रहेगा(ै(मनोज तिवारी,dainik Bhaskar,Bhopal,9.6.2010)।
दरअसल, स्कूल शिक्षा विभाग ने वर्ष 2010-11 के शैक्षणिक कैलेंडर में स्कूलों के संचालन की व्यवस्था नए सिरे से तैयार की है। यह परिवर्तन शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत किया गया है। इसमें पढ़ाई के घंटे बढ़ाने का प्रावधान है। पहले स्कूलों में पहली शिफ्ट में सुबह सात से 12 बजे तक पढ़ाई होती थी, जिसे अब ढाई बजे तक कर दिया गया ह(ै।
वहीं दूसरी शिफ्ट 12 बजे के बजाय सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और पांच बजे तक चलेगी। अब दो शिफ्टों में स्कूल नहीं लगेंगे। हालांकि विशेष परिस्थितियों में जिला शिक्षा अधिकारी की अनुमति से ऐसा किया जा सकेगा।
इसमें भी शर्त यह होगी कि दोनों शिफ्टों में पढ़ाई के घंटों में कटौती नहीं की जाएगी। संस्था प्रमुख को लेने होंगे दो पीरियड: दो शिफ्टों में स्कूल संचालित किए जाने की स्थिति में संस्था प्रधान और शिक्षकों को प्रत्येक शिफ्ट में साढ़े सात घंटे बिताने होंगे। संस्था प्रमुख को कम से कम दो पीरियड और शिक्षकों को पांच पीरियड लेना अनिवार्य होगा।
फिर शुरू होगी बालसभा :
डेढ़ दशक पहले परिपाटी से बाहर हो चुकी बालसभा फिर से शुरू की जा रही है। इसके माध्यम से छात्रों में संभाषण कला विकसित की जाएगी। बालसभा में छात्रों को भारतीय महापुरुषों, साहित्यकारों, क्रांतिकारियों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, खिलाड़ियों के बारे में बताया जाएगा। उन्हें न्यायपालिका, कार्यपालिका, स्थानीय निकाय, पत्रकारिता, भारतीय संस्कृति, संस्कार, समाज और परंपरा की जानकारी भी दी जाएगी।
जल्दी आएंगे, देर से जाएंगे शिक्षक
शिक्षक स्कूल खुलने के एक घंटे पहले आएंगे और छुट्टी होने के एक घंटे बाद जाएंगे। इतना ही नहीं, स्कूलों में पढ़ाई का समय बढ़ाने के लिए अब प्रत्येक पीरियड 40 मिनट का होगा। छात्रों को 30 मिनट का लंच दिया जाएगा, बशर्ते स्कूल दो शिफ्टों में न लगता हो।
कमजोर छात्रों के लिए होगा अलग से पीरियड
जुलाई से ही कमजोर छात्रों के लिए सुधारात्मक कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसके लिए स्कूल सुविधानुसार हफ्ते में तीन पीरियड निर्धारित करेंगे।
खेल एवं योग
खेल एवं योग का भी एक पीरियड होगा। 40 मिनट के पीरियड में 30 मिनट खेल जबकि 10 मिनट योग के लिए होगा। यह पीरियड पहले से चौथे पीरियड के बीच में रहेगा(ै(मनोज तिवारी,dainik Bhaskar,Bhopal,9.6.2010)।
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