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12 जून 2010

डीयू में एक सीट के लिए तीन उम्मीदवार

दिल्ली विश्वविद्यालय में शुक्रवार को फॉर्म मिलने की अंतिम तारीख थी। डीयू में अब तक कुल 1,86,676 फॉर्म बेचे जा चुके हैं और करीब 143,224 छात्रों ने फॉर्म जमा कराए हैं। यानी एक सीट के लिए तीन उम्मीदवार होंगे। पिछली बार डीयू में 1,13,471 फॉर्म जमा हुए थे और 1,26,256 फॉर्म की बिक्री हुई थी। डीयू में अनुसूचित जाति/जनजाति के 18,433 छात्रों ने फॉर्म जमा किए। डीयू में इनके लिए सीटों की संख्या 12150 है जबकि पिछली बार करीब 15 हजार छात्रों ने फॉर्म जमा किए थे।
डीयू में छात्रों की इस बार दाखिला लेने की बेसब्री का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पहले दिन ही 40 हजार से अधिक फॉर्म जमा हो गए थे। वहीं, अंतिम दिनों में एनआईओएस (नेशनल इंस्टीटय़ूट ऑफ ओपन स्कूलिंग) का परिणाम आने की वजह से छात्रों में तेजी देखी गई। वहीं डिप्टी डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर गुरप्रीत टुटेजा के मुताबिक इस बार कट ऑफ ज्यादा रहने की उम्मीद है क्योंकि सीबीएसई का परिणाम इस बार बेहतर गया है। सीबीएसई में 95 प्रतिशत से अधिक वालों की संख्या काफी थी। सूत्रों के मुताबिक इस बार विज्ञान का कटऑफ कम रहने की उम्मीद है तो कॉमर्स का कटऑफ ज्यादा रहने की उम्मीद है।
अंतिम दिन होने की वजह से डीयू के काउंटर देर तक खुले रहे और छात्र-छात्राओं ने देर तक अपने फॉर्म को भरे। दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली कटऑफ लिस्ट 22 जून को आ जाएगी और दूसरी कट ऑफ लिस्ट 26 जून को आ जाएगी और तीसरी कट ऑफ लिस्ट 1 जुलाई को आएगी। डीयू में हुई फॉर्म की बिक्री में छात्रों के मन में फॉर्म को लेकर कई तरह के असमंजस था। जैसे कट ऑफ ज्यादा होने की स्थिति में क्या होगा। चूंकि इस बार सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षा में 95 प्रतिशत से ज्यादा अंक वालों की संख्या ज्यादा होने से डीयू के कटऑफ के अधिक होने की संभावना है, ऐसे में छात्र इस बात को लेकर सबसे अधिक आशंकित हैं। वहीं छात्रों के मन में इस बात को लेकर सबसे ज्यादा शंका थी कि बेस्ट ऑफ फॉर का चुनाव कैसे करें। वहीं, फॉर्म लेने आए कई छात्रों के लिए डीयू पहला विकल्प नहीं था। उनका कहना था कि उन्होंने इंजीनियरिंग और मेडिकल की परीक्षाओं के फॉर्म भर रखे हैं, ऐसे में उनका कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय का फॉर्म उन्होंने बतौर विकल्प ले रखा है ताकि अगर उनका मेडिकल और इंजीनियरिंग परीक्षा में दाखिला न होने पाएं और उनका परीक्षा में रैंक न आए तो उस स्थिति में वह डीयू में दाखिला ले सकता है। वहीं, कई छात्रों की पहली पसंद प्रोफेशनल कोर्स थे, क्योंकि उनका मानना है कि कि भविष्य के लिहाज से प्रोफेशनल कोर्स ज्यादा बेहतर होते हैं।
1,86,676: बिके कुल फॉर्म 1,43,224:जमा हुए कुल फॉर्म
पहली कट ऑफ लिस्ट : 22 जून
पहली कट ऑफ के बाद फीस 23 जून से 25 जून, 2010
दूसरी कट ऑफ लिस्ट : 26 जून
दूसरी कट ऑफ के बाद फीस 28 जून से 30 जून, 2010
तीसरी कट ऑफ लिस्ट : 1 जुलाई
तीसरी कट ऑफ के बाद फीस 2 जुलाई से 5 जुलाई
चौथी कट ऑफ लिस्ट : 6 जुलाई
चौथी कट ऑफ के बाद फीस 7 जुलाई से 9 जुलाई
विकलांग छात्रों के लिए
पहली कट ऑफ लिस्ट : 22 जून
दाखिला लेने की अंतिम तारीख 6 अगस्त
रिक्त ओबीसी सीटों को परिवíतत करने की अंतिम तारीख 16 अगस्त
(Hindustan,Delhi,12.6.2010)

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