14 तारीख को आने वाले सीईटी नतीजों का इंतजार लाखों स्टूडेंट्स को है क्योंकि इसके बाद शुरू होगी ऐडमिशन की प्रक्रिया। आप पहले मेडिकल कॉलेज में ऐडमिशन संबंधी जानकारी पढ़ चुके हैं। आइए जानते हैं काउंसिलर राजेश जैन द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज में ऐडमिशन का 'ए टू जेड' एडमिशन के दो प्रोसेस हैं। पहला है ऑटोनॉमस कॉलेजों के लिए व दूसरी है सेंट्रलाइज्ड ऐडमिशन कैप प्रोसेस। पहली प्रक्रिया के अंतर्गत ऑटोनॉमस कॉलेजों जैसे वीजेटीआई, आईसीटी(मुंबई) व कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे, डीजे संघवी कॉलेज (यहां ऑनलाइन प्रोसेस है) जैसे 6 कॉलेज के लिए फॉर्म 11 जून से 21 जून तक मिलेंगे। इनके लिए पर्सनल काउंसलिंग जून के अंतिम सप्ताह तक होगी दूसरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और इसके अंतर्गत सभी अन्य कॉलेजों की ऐडमिशन प्रक्रिया चलेगी। यह सेंट्रलाइज्ड प्रोसेस एमएचसीईटी के रिजल्ट के 1-3 दिन बाद शुरू होगा। स्टूडेंट्स इसकी साइट पर जाकर रोल नंबर व अन्य डिटेल लिखें और ऐप्लिकेशन फॉर्म को डाउनलोड कर लें। इस प्रिंट आउट को एप्लिकेशन रिसिविंग सेंटर पर जाकर कन्फर्म करवाएं। जुलाई के पहले सप्ताह में ऑप्शन फॉर्म भरा जाएगा। इसके बाद तीन राउंड होंगे। चौथे राउंड में पर्सनल काउंसलिंग कॉलेज ऑफ औरंगाबाद में होगी। इसके अलावा इंस्टिट्यूट लेवल पर ऐडमिशन होगा। 20 पर्सेंट सीट्स नॉन माइनॉरिटी कॉलेज में इंस्टिट्यूट लेवल पर भरी जाएगी। इस लिए जरूरी है कि स्टूडेंट्स हर कॉलेज में जाकर ऐडमिशन फॉर्म भरें। माइनॉरिटी कॉलेज का जो 50 कोटा है इसके लिए आपको सीधा अप्लाई करना होगा। सुझाव स्टूडेंट्स सिर्फ सुनी-सुनाई बातों के आधार पर कॉलेज का चयन न करें। बेहतर है कि आप खुद कैंपस में जाकर देखें कि लैब कैसी है व प्रफेसर कैसे हैं। वहां जाकर पुराने स्टूडेंट्स से बातें करें(NBT,10.6.2010)।
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