भारत रत्न डा. बी.आर.अंबेडकर विश्वविद्यालय ने स्नातक कोर्सों के लिए आवेदन तिथि की घोषणा कर दी है। ये कोर्स हैं बीए ऑनर्स विद मेजर इन इकोनॉमिक्स, बीए ऑनर्स विद मेजर इन साइकोलॉजी, बीए ऑनर्स विद मेजर इन हिस्ट्री। इन कोर्सों के लिए फॉर्म 28 जून से 15 जुलाई तक मिलेंगे। फॉर्म को जमा करने की अंतिम तिथि यह कोर्स तीन वर्ष की अवधि के होंगे और यह छह सेमेस्टर का होगा। गौरतलब है कि डीयू में प्रवेश के लिए फार्म भरे जा चुके हैं। छात्रों को कटऑफ का इंतजार है, जो 22 जून को आएगी।
अंबेडकर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर श्याम मेनन ने बताया कि इन कोर्सों के लिए फॉर्म विश्वविद्यालय के द्वारिका सेक्टर-9 स्थित कैंपस से दस से चार बजे के बीच मिलेंगे। इसके अलावा फॉर्म को विश्वविद्यालय की वेबसाइट से डाउनलोड भी किया जा सकता है। प्रोग्राम में दाखिला लेने के लिए अभ्यर्थी के बारहवीं या समकक्ष परीक्षा में 55 प्रतिशत अंक होने चाहिए। वहीं दिल्ली के छात्रों के लिए 85 प्रतिशत सीटें आरक्षित है। प्रत्येक सेमेस्टर में छात्र से 16000 रुपए फीस ली जाएगी। इन कोर्सों में सीटों की संख्या 120 है। प्रत्येक कोर्स में 40-40 सीटें है। डीन अंडरग्रेजुएट कोर्स ए.आर.खान ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय में छात्र करियर ओरिएंटेड कोर्स जैसे कि सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस, टूरिज्म एंड एडिटिंग एंड इंग्लिश ट्रांसलेशन को भी साथ-साथ कर सकेंगे। वहीं छात्रों की रुचि के अनुरूप कोर्स जैसे कि संगीत, नृत्य, नाटक, पपेट शो आदि को किया जा सकेगा। जिन छात्रों की अंग्रेजी बेहतर नहीं है विवि उनको ब्रिज कोर्स भी कराएगा। उन्होंने बताया कि इस सत्र से छात्रों के लिए परास्नातक स्तर पर जेंडर स्टडीज का कोर्स कराया जाएगा। इसके अलावा परास्नातक स्तर पर एमए डेवलपमेंट स्टडीज, एमए इंवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट और एम साइकोलॉजिकल स्टडीज के कोर्स उपलब्ध है। मेनन ने बताया कि कॉलेज में छात्रों की फीस माफ करने और स्कॉलरशिप की सुविधा भी उपलब्ध है। स्कॉलरशिप का फैसला मेरिट के आधार पर होता है।
28 जून से 15 जुलाई तक मिलेंगे अंबेडकर विश्वविद्यालय में फॉर्म यह कोर्स 3 वर्ष की अवधि और 6 सेमेस्टर के होंगेफॉर्म विवि के द्वारिका सेक्टर-9 स्थित कैंपस से दस से चार बजे तक मिलेंगे 55 प्रतिशत अंक प्रवेश के लिए बारहवीं या समकक्ष परीक्षा में होने जरूरी 85 प्रतिशत सीटें दिल्ली के छात्रों के लिए आरक्षित है16000 रुपए फीस ली जाएगी छात्रों से प्रत्येक सेमेस्टर में 120 सीटों की संख्या है कोर्सो में। प्रत्येक कोर्स में 40-40 सीटें हैछात्र करियर ओरिएंटेड कोर्स जैसे कि सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस, टूरिज्म एंड एडिटिंग एंड इंग्लिश ट्रांसलेशन साथ-साथ कर सकेंगे।
अंबेडकर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर श्याम मेनन ने बताया कि इन कोर्सों के लिए फॉर्म विश्वविद्यालय के द्वारिका सेक्टर-9 स्थित कैंपस से दस से चार बजे के बीच मिलेंगे। इसके अलावा फॉर्म को विश्वविद्यालय की वेबसाइट से डाउनलोड भी किया जा सकता है। प्रोग्राम में दाखिला लेने के लिए अभ्यर्थी के बारहवीं या समकक्ष परीक्षा में 55 प्रतिशत अंक होने चाहिए। वहीं दिल्ली के छात्रों के लिए 85 प्रतिशत सीटें आरक्षित है। प्रत्येक सेमेस्टर में छात्र से 16000 रुपए फीस ली जाएगी। इन कोर्सों में सीटों की संख्या 120 है। प्रत्येक कोर्स में 40-40 सीटें है। डीन अंडरग्रेजुएट कोर्स ए.आर.खान ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय में छात्र करियर ओरिएंटेड कोर्स जैसे कि सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस, टूरिज्म एंड एडिटिंग एंड इंग्लिश ट्रांसलेशन को भी साथ-साथ कर सकेंगे। वहीं छात्रों की रुचि के अनुरूप कोर्स जैसे कि संगीत, नृत्य, नाटक, पपेट शो आदि को किया जा सकेगा। जिन छात्रों की अंग्रेजी बेहतर नहीं है विवि उनको ब्रिज कोर्स भी कराएगा। उन्होंने बताया कि इस सत्र से छात्रों के लिए परास्नातक स्तर पर जेंडर स्टडीज का कोर्स कराया जाएगा। इसके अलावा परास्नातक स्तर पर एमए डेवलपमेंट स्टडीज, एमए इंवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट और एम साइकोलॉजिकल स्टडीज के कोर्स उपलब्ध है। मेनन ने बताया कि कॉलेज में छात्रों की फीस माफ करने और स्कॉलरशिप की सुविधा भी उपलब्ध है। स्कॉलरशिप का फैसला मेरिट के आधार पर होता है।
28 जून से 15 जुलाई तक मिलेंगे अंबेडकर विश्वविद्यालय में फॉर्म यह कोर्स 3 वर्ष की अवधि और 6 सेमेस्टर के होंगेफॉर्म विवि के द्वारिका सेक्टर-9 स्थित कैंपस से दस से चार बजे तक मिलेंगे 55 प्रतिशत अंक प्रवेश के लिए बारहवीं या समकक्ष परीक्षा में होने जरूरी 85 प्रतिशत सीटें दिल्ली के छात्रों के लिए आरक्षित है16000 रुपए फीस ली जाएगी छात्रों से प्रत्येक सेमेस्टर में 120 सीटों की संख्या है कोर्सो में। प्रत्येक कोर्स में 40-40 सीटें हैछात्र करियर ओरिएंटेड कोर्स जैसे कि सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस, टूरिज्म एंड एडिटिंग एंड इंग्लिश ट्रांसलेशन साथ-साथ कर सकेंगे।
एक साल के बाद बदल सकते हैं मुख्य विषय
विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने बताया कि अमूमन देखने में आता है कि छात्र एक बार कोर्स चुनने के बाद उसे बदल नहीं पाता लेकिन अगर दो सेमेस्टर के बाद अगर छात्र संकाय बदलना चाहता है तो वह बदल सकेगा और इसका फैसला सीटों की उपलब्धता के आधार पर होगा। यदि किसी छात्र को बीए ऑनर्स विद मेजर इन इकोनॉमिक्स, बीए ऑनर्स विद मेजर इन साइकोलॉजी, बीए ऑनर्स विद मेजर इन हिस्ट्री तीनों कोर्सों में रूचि नहीं है तो वह छात्र बीए ऑनर्स इन सोशल साइंसेज एंड ह्यमेनिटिज कर सकता है। तो वहीं इन तीनों कोर्सो को करने के बाद छात्र बीए ऑनर्स विद डय़ूल मेजर में दाखिला ले सकता है जिसका फैसला क्रेडिट अंकों के आधार पर होगा।
(हिंदुस्तान,दिल्ली,18.6.2010)
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