प्रदेश शिक्षा विभाग में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर्स (टीजीटी) को जल्द नौकरी मिलने वाली है। इन शिक्षकों की बैचवाइज नियुक्तियां की जाएंगी। जिला रोजगार कार्यालयों ने यहां दर्ज इस वर्ग का ब्योरा फाइनल कर दिया है। इस माह तक तैयार ब्योरा शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा। उसके बाद सरकार की मुहर लगते ही इस वर्ग की नियुक्तियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इस समय राज्य के रोजगार कार्यालयों में सैकड़ों बेरोजगारों ने अपने नाम दर्ज करवाए हैं। ऐसे में सालों बाद रोजगार कार्यालयों में भी सरकारी नौकरियों को लेकर चहलकदमी बढ़ गई है। मेडिकल, नॉन मेडिकल और आर्ट्स ग्रुप के टीजीटी जिनका नाम रोजगार कार्यालयों में दर्ज है उनके 1988 से 2005 बैच तक के बेरोजगारों की लिस्ट तैयार हो रही है। हेल्पर की हो गई परीक्षा इससे पहले बीते हफ्ते ही हिमाचल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम सीमित की ओर से सार्वजनिक वितरण प्रणाली हेल्पर अनुबंध आधार पर पदों का स्क्रीनिंग टेस्ट आयोजित किया गया है। इन पदों के लिए रोजगार कार्यालयों से ही सूची तैयार की गई थी। जिसमें 1990-95 तक के रोजगार कार्यालयों में दर्ज बेरोजगारों के नाम पर मुहर लगी। हालांकि परीक्षा समिति की ओर से से ही आयोजित की गई थी। इस समय कई स्कूलों में टीचर के कई पद खाली चल रहे हैं उन की भी पूर्ति होगी। इन सभी बैच में करीब 15 हजार शिक्षक हैं। इन नियुक्ति में बैकलॉग से दर्जनों पर भरे जाएंगे।रोजगार विभाग के एक अधिकारी योगराज धीमान ने बताया कि टीजीटी बैचवाइज के लिए पैनल बनाया जा रहा है। फाइनल कर शीघ्र ही इसे शिक्षा विभाग को भेज दिया जाएगा। रोजगार कार्यालय से सार्वजनिक वितरण हेल्पर पदों के लिए भी यहां दर्ज बेरोजगारों के नाम भेजे गए थे।1998 के बैच से होंगीजिला रोजगार कार्यालय हमीरपुर में बैकलॉग पैनल बनाया गया है। बैचवाइज टीजीटी पदों के लिए मेडिकल जनरल श्रेणी में 1998, नॉन मेडिकल में 1996, आर्ट्स टीजीटी में 1988, आईआरडीपी अन्य के तहत ओबीसी में 1996, एससी 2000, एसटी 1999 और एससी आईआरडीपी 2005 वर्ष तक के बेरोजगारों के नाम फाइनल किए जा रहे हैं,विभाग को यह सूचियां मिलने के बाद ही इस वर्ग की नियुक्तियां शुरू हो जाएंगी(Dainik Bhaskar,Shimla,14.6.2010)।
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