सीकर/नीमकाथाना. राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल कोटड़ा के कला वर्ग के 200 विद्यार्थियों की परीक्षा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने निरस्त कर दी है। परीक्षा सामूहिक नकल का मामला सामने आने के बाद निरस्त की गई है।
परिणाम निरस्त होने से आक्रोशित छात्र व अभिभावकों ने शुक्रवार को देर शाम धरना शुरू कर दिया है। इससे पहले सुबह शिक्षकों व अभिभावकों की वार्ता भी हुई, मगर अभिभावकों को संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया। इससे गुस्साए छात्रों व अभिभावकों ने स्कूल के सामने धरना शुरू कर दिया है। वहीं स्कूल प्रिंसिपल व शिक्षकों ने मोबाइल फोन बंद हैं।
जानकारी के अनुसार, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कोटड़ा स्कूल में राजनीतिक विज्ञान, ज्योग्राफी व हिंदी साहित्य के करीब 200 स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। कला वर्ग का परिणाम जारी होने पर स्कूल के बच्चों का परिणाम रोक दिया गया। कॉपियों की जांच हुई तो सभी कॉपियों में सवालों के एक जैसे उत्तर थे। इसके बाद बोर्ड ने स्कूल का परिणाम जारी करने पर रोक लगा दी।
शुक्रवार को रोके गए परीक्षा परिणाम में भी स्कूल का परिणाम घोषित नहीं होने के बाद जब बोर्ड में पता किया गया तो पता चला कि सामूहिक नकल के कारण विद्यार्थियों की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। इसी बात से गुस्साएं छात्र व अभिभावकों ने धरना दे दिया। प्रदर्शनकारियों ने घंटों तक स्कूल के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। समाचार लिखे जाने तक स्कूल पर धरना जारी था।
छात्र व पेरेंट्स का कहना है
छात्रा कल्पना का कहना है कि परीक्षा निरस्त होने से एक साल खराब हो गया है। अभिभावक विजयसिंह ने बताया कि बोर्ड ने स्कूल प्रशासन को भी नोटिस देकर जबाब मांगा था। स्कूल प्रशासन नकल को लेकर हुई शिकायत पर कोई जबाब नहीं दे सका। इससे सभी छात्रों के भविष्य पर संकट आ गया। आक्रोशित छात्रों व अभिभावकों ने बताया कि शनिवार को आंदोलन तेज किया जाएगा।
सामूहिक नकल की शिकायत
सूत्रों का कहना है कि बोर्ड को सामूहिक नकल की शिकायत मिलने पर जांच शुरू हुई। जांच के बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कोटड़ा स्कूल परीक्षा केंद्र से परीक्षा देने वाले सभी छात्रों को अजमेर बुलाकर व्यक्तिगत सुनवाई की। इसके बाद शुक्रवार को बोर्ड ने कोटड़ा स्कूल परीक्षा केंद्र से परीक्षा देने वाले सभी छात्रों की वर्तमान सत्र की परीक्षा को निरस्त कर दी।
नीमकाथाना क्षेत्र आगे
इस बार की बोर्ड परीक्षा में नीमकाथाना क्षेत्र में सबसे अधिक परीक्षा परिणाम रोके गए हैं। कुछ स्कूलों में सामूहिक नकल के मामले सामने आए है तो कुछ स्कूलों में अन्य स्तर पर फर्जीवाड़ों का पता चला है। क्षेत्र की आधा दर्जन स्कूलों का परिणाम बोर्ड ने अलग-अलग कारणों से रोका था।
कोटड़ा स्कूल की परीक्षा निरस्त होने की जानकारी नहीं है। इस संबंध में शनिवार को पूरी जानकारी कराई जाएगी। - निर्मला परिहार, डीईओ माध्यमिक द्वितीय(दैनिक भास्कर,सीकर,24.7.2010)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।