सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के साथ ही अब गेस्ट फैकल्टी भी पढ़ाते नजर आएंगे। यह स्थायी शिक्षकों की तरह ही कार्य करेंगे लेकिन इनकी नियुक्ति अस्थायी कहलाएगी। 28 फरवरी 2011 तक या जब तक स्थायी पद नहीं निकाले जाते तब तक इन्हें अस्थायी पद पर ही कार्य करना होगा। शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को शिक्षकों को आमंत्रित करने का प्रस्ताव भेज दिया है। स्कूल निदेशालय के निर्देशों के आधार पर ही नियुक्तियां करेंगे। उसके उपरांत पंजीकृत हुए गेस्ट शिक्षकों को अस्थायी नियुक्ति होने के संबंध में सात अगस्त तक रिजल्ट के माध्यम से पता चल जाएगा।
शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए शिक्षा निदेशालय ने गेस्ट शिक्षक के रूप में नया फार्मूला निकाला है। जब तक स्थायी भर्तियां नहीं हो जाती तब तक यह गेस्ट शिक्षक ही स्कूलों में पढ़ाएंगे। शिक्षा निदेशक पी. कृष्णमूर्ति ने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी कर प्रधानाचार्यों को योग्य व्यक्तियों में से गेस्ट शिक्षकों के पद भरने के लिए कहा है। शिक्षा निदेशक ने अपने निर्देश में स्पष्ट किया है कि विभिन्न स्कूलों में विषयवार रिक्तियों की जानकारी वेबसाइट पर प्रदर्शित की गई है। निदेशालय का मानना है कि शिक्षकों की कमी को कुछ हद तक इस तरह से पूर्ण किया जा सकता है। निदेशालय ने कुछ स्कूलों में रिटायर्ड टीचर को भी गेस्ट शिक्षक का जिम्मा सौंपा है।
निदेशालय ने पीजीटी शिक्षकों के लिए प्रति पीरियड 100 और टीजीटी के लिए 80 रुपये निर्धारित किए हैं। इसका अर्थ है कि विषय के आधार पर पीजीटी को प्रतिमाह 12 हजार 500 रुपये व टीजीटी को 10 हजार प्रति माह दिए जाएंगे। सहायक शिक्षक के लिए प्रतिमाह पांच हजार का आवेदन निर्धारित किया गया है। गेस्ट शिक्षक के लिए आवेदन के इच्छुक स्वयं निदेशालय की वेबसाइट पर छह अगस्त तक पंजीकृत हो सकते हैं(अमर उजाला,दिल्ली,25.7.2010)।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी के बगैर भी इस ब्लॉग पर सृजन जारी रहेगा। फिर भी,सुझाव और आलोचनाएं आमंत्रित हैं।