लखनऊ विश्वविद्यालय में एक महीने से चल रही पीजी पाठ्यक्रमों में आवेदन प्रक्रिया गुरुवार को पूरी हो गई। हालांकि कई पाठ्यक्रमों में आवेदन की समय सीमा बढ़ाकर ३० जुलाई कर दी गई है। माना जा रहा है कि पीजी अंतिम वर्ष के कुछ विषयों एवं यूजी के डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के परीक्षा परिणाम घोषित न होने के कारण ऐसा किया गया है।
विश्वविद्यालय में पीजी, डिप्लोमा एवं लॉ के तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए आवेदन प्रक्रिया २२ जून को शुरू हुई थी। १५ जुलाई तक बिना विलंब शुल्क के तथा २२ जुलाई तक विलंब शुल्क के साथ ऑनलाइन आवेदन का मौका दिया गया था। १५ जुलाई तक विश्वविद्यालय की कई स्नातक कक्षाओं के अंतिम वर्ष के परिणाम नहीं आ सके थे। इसके चलते बिना विलंब शुल्क के आवेदन की अंतिम तिथि २२ जुलाई कर दी गई थी। यह समय सीमा गुरुवार को समाप्त हो गई। हालांकि पीजी आवेदन प्रक्रिया बंद करने की कोशिशों पर रिजल्ट की लेतलतीफी फिर भारी पड़ गई। अभी कई डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के परीक्षा परिणाम नहीं आ पाए हैं। सूत्रों की मानें तो कुछ की उत्तर पुस्तिकाओं का अभी मूल्यांकन तक नहीं शुरू हो सका है। इसी तरह पीजी अंतिम वर्ष के कुछ विषयों के परीक्षार्थी भी रिजल्ट की बाट जोह रहे हैं। रिजल्ट न आने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन को एक बार फिर आवेदन की समय सीमा बढ़ानी पड़ी है। मुख्य प्रवेश समन्वयक प्रो. पद्मकांत ने बताया कि एलएलएम, एमफिल, डिप्लोमा एवं प्रोफिशिएंसी पाठ्यक्रमों में बिना बिलंब शुल्क के ३० जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। पीजी के शेष पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन की समय सीमा गुरुवार को समाप्त हो गई(अमर उजाला,लखनऊ,23.7.2010)।
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